गोरखपुर; बीते रोज एक छात्र ने जहर खा अपनी जिंदगी खत्म कर ली और मरने से पहले उसने अपने मां-पापा के नाम एक पत्र लिखा। पत्र में छात्र ने लिखा कि –
पापा-मम्पी और दीदी
अलविदा
15 सितंबर को मेरा एग्जाम था और मेरी मैम क्लास टीचर ने मुझे 9.15 तक रुलाया, खड़ा रखा इसलिए क्योंकि वह चापलूसों की बात मानती उनकी किसी बात का विश्वास मत करिएगा, उन्होंने मुझे तीन पीरियड खड़ा रखा।
मैने सोच लिया है कि मैं मरने वाला हूं। मेरी आखिरी इच्छा मेरी मैम को किसी बच्चे को इतनी बड़ी सजा न देने को कहें।
बताते चलें कि सुसाइड नोट गोरखपुर में पांचवीं में पढ़ने वाले छात्र का है। बीते रोज उसने जहर खा लिया था। छात्र को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया जहां बुधवार की शाम को उसकी मौत हो गई। छात्र के स्टडी टेबल से एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें उसने स्कूल टीचर को मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
सुसाइड नोट मिलने के बाद स्कूल पहुंचे परीजनों ने वहां तोड़फोड़ की। प्रधानाचार्य के साथ भी हाथापाई की। प्रधानाचार्य ने 100 नम्बर पर सूचना देकर पुलिस बुलाई। छात्र के पिता ने स्कूल प्रशासन व क्लास टीचर के खिलाफ तहरीर दी है। इंस्पेक्टर ने बताया कि तहरीर मिली है जांच की जा रही है।
शाहपुर के मोहनापुर निवासी रविप्रकाश बापू इंटर कालेज पीपीगंज में शिक्षक हैं। उनका इकलौता बेटा 12 साल का नवनीत प्रकाश शाहपुर स्थित सेन्ट एंथोनी स्कूल में पांचवी कक्षा में पढ़ता था। बाते रोज पिता स्कूल गए थे और मां बाजार गई थी। नवनीत घर पर अकेला था। बाजार से जब मां लौटी और बेटे को देखा तो चीख पड़ी उसके मुंह से झाग निकल रहा था वह तड़प रहा था। मां की चीख सुनकर पहुंचे कालोनी के लोगों ने नवनीत को बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज भर्ती कराया। उपचार के दौरान बुधवार को नवनीत ने दम तोड़ दिया।