देहरादून – उत्तराखंड के वन मंत्री सुबोध उनियाल ने एकता नगर गुजरात में 23-24 सितम्बर के लिए आयोजित 2 दिवसीय वन, पर्यावरण जलवायु परिवर्तन मंत्रियों के राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिभाग किया। सम्मेलन में केंद्रीय पर्यावरण वन व जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव केन्द्रीय वन, पर्यावरण राज्यमंत्री न चौबे की उपस्थिति रही।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा इसे वर्चुअल माध्यम से सम्बोधित किया गया। सम्मेलन के सत्रवार एजेण्डा बिन्दुओं में परिवेश (वन/ पर्यावरण स्वीकृतियों के लिए एकल खिड़की प्रणाली ) पर्यावरणीय जीवन शैली, जलवायु परिवर्तन संयोधन वन्यजीव के साथ प्लास्टिक कचरा प्रबंधन प्रमुख रूप से विचारणीय रहे।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने अपने वर्चुअल सम्बोधन में वनाग्नि नियंत्रण को तकनीक आधारित/मजबूत बनाने पर जोर दिया। उन्होंने राज्यों के प्रतिभागी मंत्रीगण का पर्यावरण के प्रति विजन को प्रकृति के लिए लाभकारी बताया विश्वविद्यालय/प्रयोगशालाओं में पर्यावरणीय सुरक्षा के अभिनव प्रयासों के लिए आह्वान किया। “गति शक्ति मास्टर प्लान का जिक्र करते हुए इसे अवस्थापकीय सुविधाओं के लिए उपयोगी बताया है। इस अवसर पर वन मंत्री ने राज्य का 70 प्रतिशत भू भाग वनाच्छादित होने का जिक्र करते हुए पारिस्थितकीय के संतुलन में राज्य की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया है जो वन व वन्यजीव संरक्षण में अग्रणी है। उत्तराखण्ड राज्य से प्रमुख सचिव वन व पर्यावरण रमेश सुधांशु व प्रमुख वन संरक्षक विनोद कुमार ने भी सम्मेलन में प्रतिभाग किया है।