हरिद्वार/खानपुर – उत्तराखंड में खानपुर विधायक उमेश कुमार के आह्वान पर उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर भ्रष्टाचार और अत्याचार के खिलाफ एक ऐसी पहल की गई थी जिसे अभी तक उत्तराखंड का कोई भी विधायक नहीं चल पाया है। उमेश कुमार के आह्वान पर आज भ्रष्टाचार अत्याचार के खिलाफ नारसन बॉर्डर से एक विशाल जनसमूह रैली का आयोजन किया गया जो मंगलौर होते हुए रुड़की और रुड़की के बाद खानपुर के लंढौरा में जनसभा के लिए पहुंची।
महा विशाल रैली में हजारों की संख्या में कुमार उमेश कुमार के समर्थक मौजूद रहे। इस रैली को कामयाब करने और जनसभा को कामयाब करने में उमेश कुमार सफल रहे हैं। जिस तरह का हुजूम उमेश कुमार के आह्वान पर इस रैली में उमड़ा है उससे कोने कोने में जनता विधायक उमेश कुमार के नारे और गूंज सुनाई देने लगी है।
लंढौरा कार्यक्रम में पहुँचकर उमेश कुमार ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी लड़ाई भृष्टाचार से है भृष्टाचारियो से है, जिसे में मरते दम तक लड़ता रहूँगा।
मेरी यह मुहिम मेरी विधानसभा से नही बल्कि पूरे उत्तराखंड में है। मेरा मकसद बेरीज़गारो को इंसाफ दिलाना है। किसानों को उनका हक दिलाना है किसानों के साथ छल कपट किया जा रहा है। किसानों के लिए किसान आयोग बनना चाहिये। स्थानीय युवाओं को 70 प्रतिशत रोजगार मिलना चाहिए। स्थानीय फैक्ट्रियां बेरीज़गारो को रोजगार नही दे रही है। जनपद हरिद्वार की आबादी 22 लाख है लेकिन हरिद्वार ज़िले को उसका हक नही मिला।
हमारी रैली का मकसद हरिद्वार ज़िले में परिवर्तन का है। शोषित वंचित को उसका हक मिलना चाहिये। ब्लाक स्तर की सुविधायें हर घर हर व्यक्ति को मिलना चाहिये। विधवा, विकलांग, वृद्धा पेंशन के लिए लोग तरस रहे है। अगर किसी मृतक का पोस्ट मार्टम करवाना है तो मृतक के परिवार वाले धक्के खाते है। ख़ानपुर में आई सी स्थापित कर रहे है । स्कूलों में सुविधाए देना मेरा मकसद है। मैने अपनी विधानसभा के 7 हज़ार स्कूली बच्चो को अपने निजी खर्च से नए बर्तन देने का काम किया जिससे उनका स्वास्थ्य अच्छा रहे।