चेन्नै: तमिलनाडु में मचे सियासी घमासान में एआईएडीएमके की जनरल सेक्रटरी वीके शशिकला कार्यकारी सीएम ओ पन्नीरसेल्वम पर भारी पड़ती नजर आ रही हैं। बुधवार को पार्टी मुख्यालय पर हुई एक अहम मीटिंग में शामिल होने के लिए 130 विधायक पहुंचे। सभी ने शशिकला के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया।
सूत्रों की मानें तो पन्नीरसेल्वम को चार या पांच विधायकों का ही समर्थन हासिल है। ऐसे में इस सियासी लड़ाई में पहला राउंड शशिकला जीतती नजर आ रही हैं। हालांकि, पन्नीरसेल्वम ने कहा है कि वह हाउस में अपनी ताकत साबित करेंगे। अब सबकी नजर शशिकला पर है। वह गवर्नर के चेन्नै पहुंचने के बाद उनसे मुलाकात कर सत्ता पर अपना दावा ठोक सकती हैं। उधर, पन्नीरसेल्वम ने जया की मौत का मामला उठा दिया है। पन्नीरसेल्वम के मुताबिक, इस मामले में उन्होंने जांच के आदेश दे दिए हैं।
पन्नीरसेल्वम ने बुधवार को अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत की। यहां उन्होंने जयललिता की मौत का मुद्दा भी उठाया। शशिकला पर हमला करते हुए कहा कि जयललिता के 75 दिन अस्पताल में रहने के दौरान उन्हें उनसे मिलने नहीं दिया गया। उन्होंने बताया कि जयललिता की मौत के मामले में उन्होंने जांच के आदेश दे दिए हैं। पन्नीरसेल्वम ने कहा, ‘अम्मा करीब 16 साल तक सीएम रहीं। मैं दो बार सीएम बना, यह सब कुछ अम्मा की इच्छा पर हुआ। मैंने हमेशा अम्मा की राह का अनुसरण किया।’
अन्नाद्रमुक में आंतरिक कलह के बीच ओ. पन्नीरसेल्वम ने शशिकला के खिलाफ खुलकर बगावत कर दी. बुधवार को पन्नीरसेल्वम ने कहा कि वह राज्यपाल से मिलकर अपना इस्तीफा वापस लेंगे. उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी भी पार्टी को धोखा नहीं दिया. उन्होंने कहा कि बीजेपी के इशारे पर कुछ नहीं कर रहा हूं. उन्होंने कहा कि वह सदन में अपना बहुमत साबित करेंगे.