पौड़ी – जिलाधिकारी डॉ विजय कुमार जोगदण्डे की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में ठोस एवं तरल अपशिष्ट, ई-वेस्ट, बायोमेडिकल वेस्ट, बायोडिग्रेडेबल, नॉन बॉयोडिग्रेडेबल, प्लास्टिक और कूड़ा निस्तारण के संबंध में नगर निकायों, जिला पंचायत, वन विभाग, स्वजल, पंचायतीराज आदि विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।
जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि पर्यावरण, शहर, गांवों तथा बस्ती को कूड़ा मुक्त और प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए जो भी प्रभावी कदम उठाने जाने चाहिए उन्हें उठाएं। उन्होंने निर्देशित किया कि नियमित कूड़ा उठायें, डोर टू डोर कूड़ा उठाते समय सूखा-गिला, ई-वेस्ट, जैविक, अजैविक अलग-अलग तरिके से कूड़ा एकत्र करें तथा तद्नुसार जो जैविक खाद्य के रूप में उपयोग हो सकता है उसे अलग, रिसाइकिल योग्य वाले कूड़े को अलग व प्लास्टिक को अलग-अलग सैगरिगेट करते हुए कूड़े का निस्तारण करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने निर्देशित किया कि कूड़ा निस्तारण के लिए जिस भी संसाधनों की आवश्यकता होगी चाहे उपकरण, मशीने या प्लांट लगाना हो उस संबंध में प्रस्ताव प्रेषित करें। कहा कि कूड़ा निस्तारण के लिए यदि प्लांट लगाने की आवश्यकता हो तो भूमि चयनित करते हुए डीपीआर बनायें। कूड़ा उठान के लिए यदि प्राइवेट किसी ऐजेंसी को हायर करना है तो टैंडरिंग प्रक्रिया शीघ्रता से पूर्ण करें तथा किसी संस्था के साथ यदि इस संबंध में अस्थायी समझौता करना है तो वह पूरी कार्यवाही शीघ्रता से पूर्ण कर अवगत करायें।
जिलाधिकारी ने सभी नगर निकायों को निर्देशित किया कि जो भी बड़े स्तर पर कूड़ा उत्पादन करने वाले फर्म ब्रांड है उनकी सूची तैयार करें। बायोडिग्रेडेबल, नॉन बायोडिग्रेडेबल, मेडिकल वेस्ट, ई-वेस्ट और अधिक प्लास्टिक उत्पादन करने वाले संस्थाओं के अनुरूप शुल्क वसुलें तथा नियम उल्लघंन की दशा में उन पर उसी अनुपात में चालान की कार्यवाही पूर्ण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने नगर निकायों की भांति वन विभाग, पंचायतीराज विभाग, वन पंचायतों, ग्राम पंचातयों में भी व्यवस्थित, सुरक्षित और नियमित कूड़ा निस्तारण की स्थायी व्यवस्था पर कार्य करने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने निर्देशित किया कि वेस्ट निस्तारण के संदर्भ में जो भी कार्यवाही की जाएगी उसका दस्तावेजीकरण किया जाय तथा कृत कार्यवाही का विवरण भी उपलब्ध करायें।
जिलाधिकारी ने माध्यमिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि स्कूलों में कूड़ा निस्तारण से संबंधित जागरूकता के लिए रोस्टर बनाकर प्रत्येक माह एक आयोजन करें। जिसमें पर्यावरण से जुड़े विषय पर अलग-अलग टॉपिक पर निबंध प्रतियोगिता, चित्रकला, वॉल पेंटिंग आदि की प्रतियोगिता आयोजित करवायें। साथ ही बच्चों को प्रेरित करें कि उस दिन अपने घर और घर के आसपास ई-वेस्ट, प्लास्टिक व किसी भी तरह के कूड़े के निस्तारण में सहयोग भी करें तथा अपने आसपास के लोगों को इसके लिए प्रेरित भी करें। उन्होंने सभी विभागों को 2 अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर भी अपने-अपने कार्यालयों, कार्यालय परिसर के क्षेत्रान्तर्गत व्यापक साफ-सफाई अभियान चलाने के लिए निर्देशित किया।