देहरादून/मसूरी – पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की चौथी पुण्यतिथि के मौके पर मसूरी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी। मसूरी तिलक मेमोरियल लाइब्रेरी के प्रांगण में भाजपा मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ता एकत्रित हुए और अटल बिहारी वाजपेयी की चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
वहां अटल बिहारी वाजपेयी अमर रहे के नारे लगाए और अटल जी द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। मसूरी भाजपा मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल और पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल ने कहा कि आज से चार साल पहले वाजपेयी का दिल्ली के एम्स में निधन हुआ। उन्होंने कहा कि अटल भारतीय राजनीति के प्राण पुरुष थे। उन्होंने भाजपा की बुनियाद रखी और अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनकी विरासत को आगे ले जा रहे हैं।
उन्होने वाजपेयी को याद करते हुए कहा कि उनके जन्मदिन को संपूर्ण विश्व सुशासन दिवस के रूप में मनाता है। उन्होंने कहा कि आपातकाल के बाद 1977 में हुए लोकसभा चुनाव में जनता पार्टी की जीत हुई थी और वे मोरारजी भाई देसाई के नेतृत्व वाली सरकार में विदेश मामलों के मंत्री बने। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा को हिंदी में संबोधित किया। वाजपेयी देश के तीन बार प्रधानमंत्री रहे। वह पहली बार 1996 में 13 दिनों के लिए, दूसरी बार 1998 में 13 महीनों के लिए पीएम बने। 1999 में उन्होंने पीएम के रूप में पांच वर्षों का कार्यकाल पूरा किया। वाजपेयी ने लालकृष्ण आडवाणी के साथ 1980 में भारतीय जनता पार्टी की नींव रखी। इसके बाद एक राजनीतिक पार्टी के रूप में भाजपा की यात्रा शुरू हुई। भाजपा को खड़ा करने में वाजपेयी और आडवाणी की सबसे ज्यादा योगदान रहा। अटल बिहारी वाजपेयी अपनी विचारधारा एवं सिद्धांतों के लिए जाने गए। उन्होंने सत्ता के लिए कभी समझौता नहीं किया। वाजपेयी प्रधानमंत्री के तौर पर अपना कार्यकाल पूरा करने वाले पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री रहे।