
यूपी के पीलीभीत शहर पुलिस को उस समय बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर एक शख्स को रंगे हाथों एक मकान से दो नावालिग लड़के का खून निकालते पकड़ा है। पूछताछ के बाद पूरा गिरोह सामने आया जिसके बाद पुलिस अन्य 5 साथियो को भी गिरफतार कर लिया। बताया जा रहा है कि एसएस अस्पताल में काम करने वाला जाकिर घर पर ही बच्चो को पैसे का लालच देकर उनका खून निकालता था पुलिस ने जाकिर के बताये बयान के आधार पर इसके पाॅच साथियो श्रवण,हरीशंकर,किशोर,गौतम व राजेश को भी पकड लिया जहाॅ राजेश वैभव अस्पताल में काम करता है वही यह पाॅचो एस एस अस्पताल में काम करते है
एसएस अस्पताल का स्वामी अस्पताल की मिली भगत से इन्कार कर रहा है सवाल यह है की जिस अस्पताल के पाॅच कर्मचारी खून का कारोबार लम्बे समय से कर रहे थे ऐसे में अस्पताल को क्या जानकारी नही होगी। फिलहाल आरोपीयो से पूछताछ में सामने आया है कि जिसका खून निकाला जाता था उसे 500रु0 दिये जाते थे वही 1000रु0 में बेच देते थे यह पूरा एक गिरोह है। जो शहर के अस्पतालो में इस तरह ब्लड सप्लाई कर लोगो को मौत बांट रहे थे। फिलहाल पुलिस इन लोगो से पूछताछ कर रही है और जेल भेजने की तैयारी कर रही है अब देखना यह है पुलिस इस खून के खेल में इन छोटे प्यादो पर ही सीमित रह जाती है या फिर इन बडे बडे अस्पतालो पर भी शिकंजा कसती है गौरतलब है कि शहर में केवल जिला अस्पताल और जीवनरेखा पैथोलाॅजी पर ही ब्लड बैंक है जहाँ रक्तदाता का नियमानुसार रक्त एक्सचेंज किया जाता है।