पंचायत से लेकर शिक्षक तक, आखिर कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय से क्यों नाराज लोग…

अक्सर सुर्खियों में रहने वाले उत्तराखण्ड के कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडये एक बार फिर चर्चाओं में आ गये। केवल चर्चा ही नहीं इस बार तो उनके कार्यक्रम में हंगामा तक हो गया। इस बार मंत्री जी के बिगड़े बोल ने गंगा के तट पर हंगामा खड़ा कर दिया। मामला जिला पंचायत हरिद्वार की तरफ से राज्य स्तर पंचायत महाकुंभ का हैं। जंहा पर उत्तराखण्ड के कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडये ने पानी के शोर मचा रहे पंचायत प्रतिनिधियों को नसीहत देते हुए कह डाला कि दो घंटे पानी नहीं पियेगें तो मर नहीं जाओगे। फिर क्या था भीड़ से एक व्यक्ति ने उठकर मंच पर हंगामा कर दिया। पुलिस ने बमुश्किल उसे वहां से दूर किया। देखते ही देखते वहां हंगामे की स्थिति पैदा हो गयी।  

पहले प्लस माइनस की गलती, फिर बेटे के शादी के कार्ड की गलती और रही सही कसर उस समय पूरी हो गई, जब उत्तराखंड में त्री स्तरीय पंचायतों को मजबूत करने के मकसद से हरिद्वार स्थित हर की पैड़ी पर बुलाया गया “पंचायत महाकुंभ” अखाड़े में तब्दील हो गया। एकतरफ हजारों की तादात में ग्राम प्रधान दूसरी और पंचायती राज मंत्री अरविन्द पाण्डेय. पंचायतों के दशा पर चर्चा से बात शुरू हुई और हंगामे में तब्दील हो गई.

दरअसल कर्यक्रम शुरू होने से पहले सभी प्रधान एक घंटे तक अरविंद पांडेय का इंतजार कर रहे थे पंचायत प्रतिनिधियों में से कुछ ने मंत्री के मंच पर आते ही पीने के पानी की मांग की तो मंत्री अरविंद पांडेय इस बात को लेकर गुस्सा गये. मंत्री ने कहा कि आपको शर्म आनी चाहिए एक ग्लास पानी के लिए यँहा हंगामा कर रहे हो। यह सुन सभी प्रधान, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत प्रतिनिधि मंत्री के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. अपनी सीटों पर खडे होकर हंगामा शुरू कर दिया.   

पंचायत प्रतिनिधियों के हंगामे को देख कैबिनेट मंत्री का पारा सातवें असमान पर पहुँच गया. मंत्री ने स्टेज से कह दिया कि मैं भी गरीब का बेटा हूँ और यंहा विकास के लिए आया हूँ, अभी पचायतों का विकास नहीं हुआ तो कभी नहीं होगा. इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि “जो यहां हंगामा कर रहे हैं उनके फोटो सब ले लिए गए है. सबके ग्राम क्षेत्र में जाउंगा और वहां हिसाब लूंगा”. उन्होंने प्रशासन से हंगामा कर रहे लोगों को धक्के मारकर बाहर निकालने की बात तक कह डाली. कार्यक्रम में आये सैकड़ों पंचायत प्रतिनिधि वहां से चले गये।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here