नई दिल्ली। जस्टिस जगदीश सिंह खेहर (जे. एस. खेहर) ने देश के नये मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली है। राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। राष्ट्रपति ने 19 दिसंबर को खेहर को सर्वोच्च न्यायालय का 44वां मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया था। जस्टिस जगदीश सिंह खेहर नैनीताल हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं।
गौरतलब हैं कि जस्टिस खेहड़ ने 1977 में पीयू के लॉ विभाग से एलएलबी और 1979 में एलएलएम की डिग्री हासिल की थी। कॉलेज स्तर की पढ़ाई खेहर ने शहर के प्रतिष्ठित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज (जीसी-11) से बीएससी डिग्री के साथ की है।
पंजाब में 28 अगस्त 1952 में जन्में जस्टिस जगदीश सिंह खेहड़ (64) का कार्यकाल काफी कम होगा, वह लगभग आठ माह के कार्यकाल के बाद 27 अगस्त 2017 को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। वह नवंबर 2009 में नैनीताल हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बने, उसके बाद उन्हें कर्नाटक हाईकोर्ट को मुख्य न्यायाधीश बनाया गया। 13 सितंबर 2011 को वह सुप्रीम कोर्ट में जज के रूप में प्रोन्नत किए गए।
जस्टिस खेहड़ ने राजकीय कालेज चंडीगढ़ से बीएससी करने के बाद पंजाब विवि से एलएलबी की डिग्री हासिल की और उसके बाद एलएलएम की डिग्री गोल्ड मेडल के साथ पास की। 1979 में उनहोंने पंजाब एंव हरियाणा हाईकोर्ट में प्रेक्टिस शुरू की और केसों में सुप्रीम कोर्ट भी आते रहे। 8 फरवरी 1999 को उन्हें पंचाब और हरियाणा हाईकोर्ट में जज नियुक्त किया गया।