हिमस्खलन के कारण लापता हुए नौसेना के जवानों को तलाशने के लिए गुलमर्ग कश्मीर से हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल की बुलाई गई है। उत्तरकाशी स्थित नेहरू पर्वतारोहण संस्थान से मिली जानकारी के अनुसार, हिमस्खलन वाली जगह को देख लिया गया है। सुरक्षित सदस्यों को रसद पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है।
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह राहत-बचाव टीम द्वारा हिमस्खलन वाली जगह का हवाई मुआयना किया गया। इस दौरान देखा गया कि घटना स्थल बेहद ऊंचाई पर स्थित है। इसलिए कश्मीर की हाई एल्टीट्यूड एक्सपर्ट टीम को बुलाया गया है।
माउंट त्रिशूल क्षेत्र में हिमस्खलन की चपेट में आने से लापता हुए नौसेना के पर्वतारोहियों दल की तलाश में सेना ने राहत-बचाव ऑपरेशन शनिवार सुबह से शुरू किया गया। शुक्रवार को जोशीमठ में मौसम खराब होने के कारण राहत-बचाव टीम आगे नहीं बढ़ पाई थी।
उत्तराखंड में त्रिशूल पर्वतारोहण के लिए चमोली जिले के सुतोल गांव से निकला नौ सेना का पर्वतारोही दल एवलांच की चपेट में आकर लापता है। सेना, निम, एसडीआरएफ के साथ ही अन्य दल राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं। नेहरू पर्वतरोहण संस्थान (निम) के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट के नेतृत्व में हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू दल घाट पहुंचा। नौ सेना के दल करीब 15 दिन पहले 7,120 मीटर ऊंची त्रिशूल चोटी के आरोहण के लिए गया था। घटना शुक्रवार सुबह पांच बजे के करीब हुई है। इसमें पर्वतारोही हिमस्खलन की चपेट में आए हैं और मिसिंग चल रहे हैं।