प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ना केवल पॉपुलर राजनेता बनकर उभरे हैं, बल्कि स्टाइल आइकन के रूप में भी उन्होंने कई दिलों में जगह बनाई है. इतना ही नहीं, कई ग्लोबल लीडर भी उनके स्टाइल पर फिदा हैं. साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खादी के कुर्ते और फैशन सेंस ने दुनिया भर में हलचल मचाई थी. पिछले दो साल में पीएम मोदी के पहनावे से एक बात तो साफ है कि वो काफी सोच-समझकर अपने वॉर्डरोब का चुनाव करते हैं. प्रधानमंत्री अपने पहनावे के जरिए भारत को लेकर उनके विजन को भी दिखाना चाहते हैं. इसलिए उनकी पोशाक में भारतीयता की भी झलक होती है.
पीएम मोदी चाहे कनाडा में हों, जापान में या फिर अमेरिका में उनका कुर्ता उनसे कभी अलग नहीं हुआ. मशहूर नेहरू जैकेट के बाद मोदी स्टाइल के कुर्ते की भी जबरदस्त डिमांड है. ये कुर्ते अपने आप में एक फैशन स्टेटमेंट बन चुके हैं. यहां तक कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी कुर्ते को अपनी फैशन लिस्ट में शामिल कर चुके हैं. आइए नजर डालते है उनके कुछ ऐसे ही स्टाइल स्टेटमेंट पर.
2014 में नेपाल यात्रा के दौरान, मोदी जी पशुनाथ मंदिर गए जहां वो केसरिया रंग के कुर्ते में कुछ अलग ही दिखे, साथ ही उनहोंने शॉल समेत रुद्राक्ष की माला भी पहनी थी. उनके इन कपड़ों की भी खूब चर्चा हुई. नारंगी पशमीना शॉल भी पीएम मोदी को काफी पसंद है, जिसे उन्होंने कई मौकों पर इस्तेमाल भी किया है.
मई 2015 में तीन दिन के दौरे पर चीन पहुंचे नरेंद्र मोदी के स्टाइल का क्या कहना. दौरे पर पीएम मोदी ने सफेद कुर्ते के साथ रंग-बिरंगी फ्लोरल शॉल पहनी थी और यही नही उसके साथ उन्होनें काला चश्मा भी पहना. जो सोशल मिडीया पर चर्चा का विषय बना रहा.
2017 के गणतंत्र दिवस पर पीएम मोदी राजपथ के मुख्य समारोह में शरीक होने पहुंचे तो सभी की निगाहें उनपर टिक गईं. जैसे ही पीएम मोदी अपनी गाड़ी से बाहर निकले लोगों ने देखा कि उन्होंने सर पर गुलाबी रंग की पगड़ी बांध रखी है. और सोशल मीडीया पर पीएम मोदी की गुलाबी पगड़ी की खूब चर्चा होने लगी. किसी ने इसे नोटबंदी के बाद 2000 रुपये के गुलाबी नोट से जोड़ा तो किसी ने पिंक रेवॉल्यूशन से जोड़ा. वहीं कुछ लोगों ने इसका संबंध एलजीबीटी कम्यूनिटी से बता दिया.