आजकल युवाओं में नपुंसकता जैसी समस्या जन्म ले रही है. इसमें लिंग संभोग के लिए पर्याप्त उत्तेजित नहीं हो पाता. इसके कई कारण है. कभी कभार तो किसी दवा के दुष्प्रभाव से भी ऐसा हो सकता है साथ ही कई तरह की बीमारियों जैसे वस्क्यूलर एवं न्यूरोलॉजिकल बीमारियों, मधुमेह या प्रोस्टेट संबंधी उपचार या सर्जरी से भी यह समस्या पैदा हो सकती है. करीब 75 प्रतिशत पुरुषों में यह जटिल कारणों से होता है. एक अध्ययन के अनुसार 40 से 70 साल के आयु वर्ग में करीब 60 प्रतिशत पुरुषों में कुछ हद तक यह समस्या पाई जाती है.
अगर आप या अपने आस पास किसी को ऐसी समस्या से जूझते देख रहे हैं और इस स्थिति से बचना चाहते हैं तो आज़माए हुए इन पांच उपायों को अपनाएं.
1 रोजाना मोर्निंग वाक : एक अध्ययन के अनुसार, रोज 30 मिनट की वॉक से नपुंसकता का जोखिम 41 प्रतिशत कम हो जाता है. साथ ही नित्य औसत मात्रा का व्यायाम करने से भी मोटापे के शिकार मर्दो में यह समस्या कम हो जाती है.
2 खानपान का रखे ध्यान : प्राकृतिक आहार जैसे फल, सब्जियों, अनाज और मछली जैसे पौष्टिक आहार और कुछ मात्रा में रेड मीट और रिफाइंड ग्रेंस से इस जोखिम को कम किया जा सकता है. शोध के अनुसार विटामिन बी12 और विटामिन डी की भारी कमी से भी यह समस्या पैदा हो जाती है. रोजाना मल्टीविटामिन और फोर्टिफाइड फूड आपको इस समस्या से दूर कर सकती है.
3 स्वस्थ्य रहें: उच्च रक्तचाप, उच्च ब्लड शुगर, उच्च कॉलेस्ट्रॉल और उच्च ट्रिगलीसेराइड्स दिल की धमनियों के लिए नुक्सानदायी होते हैं और इससे हृदयाघात(हार्ट-अटैक) और मस्तिष्काघात (ब्रेन हैमरेज) भी हो सकता है और इसी का नतीजा नपुंसकता के रूप में भी सामने आता है. मोटापा बढ़ना और अच्छे कॉलेस्ट्रॉल की कमी भी इसके इन कारणों में से एक कारण हैं. डॉक्टर से जरूर सलाह ले कि कहीं कोई वस्क्यूलर प्रणाली तो प्रभावित नहीं है ताकि आपका दिल, दिमाग ठीक रहे और सेक्स स्वास्थ्य बना रहे.
4 मोटापे से बचें : स्लिम नहीं अपितु दुबला पतला रहने का प्रयास करें. कमर की मोटाई अगर 40 इंच हो गयी है तो ऐसे पुरुषों में 32 इंच कमर वाले मर्दो के मुकाबले नपुंसकता का जोखिम 50 प्रतिशत अधिक होता है. और इसीलिए वजन नियंत्रण में रखें. इससे मोटापे से वस्क्यूलर विकार और मधुमेह का जोखिम बढ़ता है जो कि इरेक्टाइल डिसफंक्शन के प्रमुख कारण हैं. फैट पुरुषों में हार्मोनल इम्बैलेंस भी कर सकता है . एक्सरसाइज से पुरुषो कि जीवनशैली में बहुत अच्छे नतीजे मिलते हैं. नियमित व्यायाम करें, और नशे का सेवन न करें, तली भुनी चीजों का इस्तेमाल न करें,समय समय पर डॉक्टर की सलाह लेते रहें,तनाव मुक्त रहें |