हरिद्वार – हरिद्वार रोशनाबाद के नवोदय नगर स्थित बने नदी किनारे मकानों पर प्रतिदिन खतरा बढ़ता दिख रहा है क्योंकि दिन प्रतिदिन नदी किनारे बने मकानों की मिट्टी की खिसकती जा रही है, जिसके चलते मकानों में निवास करने वाले बेघर हुए लोगो को दिन रात भय का माहौल बना हुआ है।
उक्त क्षेत्र में निवासरत स्थानीय निवासियों द्वारा जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय को पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया है कि उक्त नदी में राहत कार्य औपचारिकता मात्र के लिए किया जा रहा है। जिस स्तर पर आपदा राहत कार्य होना चाहिए था वह उस गति से नही हो रहा है।
स्थानीय निवासियों ने पत्र के माध्यम से दिन प्रतिदिन बढ़ रहे मकानों पर खतरे का हवाला देते हुए जिलाधिकारी से गुहार लगाई है कि आपदा राहत कार्ये को तेज गति से करवाये जिससे स्थानीय नागरिकों को होने वाले नुकसान से बचाया जा सके।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि अगर जल्दी ही हमारी सुनवाई नहीं हुई तो हम यही धरने पर बैठ जाएंगे इसके लिए चाहे हमें कलेक्ट्रेट में धरना देना पड़े जो भी करना पड़े हम करेंगे उनका कहना है कि खतरे के कगार पर आ चुके मकानों के गिरते ही इन मकानों के पीछे बने 200 मकान भी खतरे की कगार पर आ जाएंगे।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि जिस गति से काम चल रहा है और जिस स्तर का काम चल रहा है उससे खतरा कम होने की वजह और बढ़ता दिख रहा है जिसको लेकर स्थानीय नागरिक धरना देने का मन बना चुके हैं उनका साफ तौर पर कहना है कि अगर जल्दी ही प्रशासन के द्वारा पुख्ता इंतजाम ना किए गए तो हम धरने पर बैठ जाएंगे।