धनतेरस की रात जरूर करें ये उपाय, घर में होगी धन की बौछार, सात पीढ़ी तक चलेगा

दीपावली त्यौहार की शुरुआत धनतेरस से ही हो जाती है. इस दिन धन को तेरह तरह से खर्च किया जाता है. इस दिन से ही रात को दीपक जलाने की परम्परा बड़ी पुरानी है, पंचपर्वों का उत्सव धनतेरस से ही शुरू हो जाता है. मृत्यु के देवता यम को स्मरण करते हुए एक दीपक प्रतिदिन इसी दिन से जलाने की परंपरा शुरू होती है तथा यमदेव से प्रार्थना की जाती है कि घर में किसी की अकाल मृत्यु न हो. दीपावली पर खरीदी जाने वाली वस्तुए धनतेरस पर ही ली जाती है. फिर चाहे वो गणेश- लक्ष्मी मूर्ति हो या फिर सोने व चांदी के आभूषण.

धनतेरस पर पौराणिक कथा है प्रसिद्ध
यम देवता यमराज को एक दिन विचार आया कि मेरे आदेश पर मेरे दूत किसी के भी प्राण हर लेते हैं, क्या कभी उन्हें किसी पर दया नहीं आती तथा किसी नौजवान के प्राण हरण करने पर उनका मन नहीं पसीजता है।

विचार मन में आते ही यमराज ने अपने दूत को बुला कर कहा कि एक बार हंस नामक राजा के घर में जब पुत्र हुआ तो ज्योतिषियों की भविष्यवाणी थी कि विवाह के चार दिन बाद राजकुमार की मृत्यु हो जाएगी। राजा ने विचार किया कि वह राजकुमार का विवाह ही नहीं करेंगे। राजा ने इसी मंशा से राजकुमार को जंगल में स्थित एक महात्मा की कुटिया में भेज दिया परंतु होनी को कोई टाल नहीं सकता। एक दिन एक रूपवती कन्या रास्ता भूलकर वहां आ गई। राजकुमार ने उसके साथ गन्धर्व विवाह कर लिया। विवाह के चार दिन बाद ही राजकुमार की मृत्यु हो गई। जब राजकुमारी पति की मृत्यु पर विलाप कर रही थी तो यमदूत का दिल पसीज गया था। उसने यमराज से कहा कि इस तरह की जवान मौत से बचने का क्या कोई उपाय है?

यह प्रश्न सुनकर यमराज ने कहा कि जो व्यक्ति कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन मेरे नाम का दीपक सच्चे मन से जलाएगा, उसके परिवार में कभी अकाल और जवान मृत्यु नहीं होगी। इसी कारण धनतेरस की रात को यम दीपक जलाया जाता है।
अकाल मृत्यु का रक्षक यम दीपक

धनतेरस की रात जिस घर में दीपक जलाया जाता है, उस घर की अकाल मृत्यु और जवान मृत्यु से रक्षा तो होती ही है। यदि दीपक में एक साबुत लौंग डाल दिया जाए तो घर में आएगा इतना धन कि सात पीढ़ी तक चलेगा। इस दीप को घर के मंदिर में हनुमान जी के समक्ष प्रज्वल्लित करें और उनकी आरती करें। इसके अतिरिक्त ध्यान रखें दीपक खंडित न हो। घर के मुख्यद्वार पर दो दीपक, आंगन और छत पर एक-एक दीप का दान करें।

धनतेरस के दिन यानि पूरे साल में खरीदारी करने का ये सबसे शुभ दिन है। बड़े-बुजुर्ग कहते हैं, इस रोज की गई शापिंग घर में शुभ लाभ लेकर आती है। धन के देवी-देवता लक्ष्मी-कुबेर प्रसन्न होते हैं और अपना आशीष बनाए रखते हैं। कुछ विद्वानों का मानना है सारा दिन ही मंगलसूचक होता है, कभी भी खरीदारी की जा सकती है। अन्य का मत है की शुभ समय में की गई खरीदारी अधिक फल देती है।

खरीदारी में भी छिपा है गूढ़ रहस्य।
धनतेरस की खरीदारी में भी गूढ़ रहस्य छिपा है। इसलिए खरीदारी के समय ध्यान रखना चाहिए। शुभ मुहूर्त में ही जरूरी चीजें खरीदनी चाहिए। हम बता रहे हैं कुछ ऐसे रहस्य जिन पर अमल कर घर-परिवार में समृद्धि का दीपक जला सकते हैं।
धन की इच्छा है तो पानी का नया बर्तन घर ले आएं।
कारोबार बढ़ाने के लिए धातु का दीपक खरीदें।
संतान से संबंधित किसी भी समस्या का हल करने के लिए थाली या कटोरी खरीदें।
उत्तम स्वास्थ्य और लंबी उम्र के लिए धातु से बनी घंटी खरीदें।
घर के माहौल को खुशनुमा बनाना चाहते हैं तो खाना पकाने का बर्तन खरीदें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here