जिले में पांच वर्ष से कम आयु वाले बच्चो को होने वाले डायरिया की रोकथाम के लिए सघन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा आगामी 12 से 24 जून तक आयोजित किया जाएगा। इस अभियान के तहत माता पिता, अभिवावक एवं सामान्य जनता को डायरिया से होने वाले नुक्सान और इस बीमारी से बचाव और रोकथाम के लिए अवगत कराया जायेगा ।
सघन डायरिया नियंत्रण पखवाड़े के आयोजन हेतु राष्ट्रीय स्वास्थ मिशन उत्तराखंड द्वारा 11.50 लाख ओ आर एस के पैकिट और 6.32 लाख जिंक की गोलिया चकित्सा केन्द्रों, निजी अस्पतालो तथा आगनबाड़ी केन्द्रों द्वारा वितरित करने हेतु व्यवस्था की जा चुकी है बता दे कि सीडीओ ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. टीसी पंत व जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास को आगनबाड़ी केंद्रों, पीएचसी, सीएचसी स्तर पर आशा, एएनएम व स्वाथ्य कर्मी के पास चूना छिड़काव, हैंडवाश, क्लोरीन की उपलब्धता और वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
अभियान के सफल संचालन हेतु पूरे प्रदेश में 2178 ओ आर एस केंद्र भी बनाये गए है तथा अति संवेदन शील केन्द्रों में 148 मोबाइल यूनिट की भी स्थापना की गयी है।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत सार्वजनिक स्थानों विशेषकर मलिन बस्तियों व मोहल्लो में स्वच्छता जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
सघन डायरिया नियंत्रण पखवाड़े के संचालन में विभिन्न विभागों के सहयोग प्राप्त करने के लिए स्वास्थ महानिदेशायल में राज्य स्तरीय स्टेयरिंग कमिटी की बैठक की गयी. बैठक में अपर सचिव डॉ पंकज कुमार पाण्डेय, महानिदेशक (स्वास्थ्य) डा. डी. एस. रावत मिशन, निदेशक (एन.एच.एम्.) श्री नितिन सिंह भदौरिया, निदेशक डॉ. एस . पी. अग्रवाल, सयुंक्त निदेशक डॉ सुमन आर्या के अतरिक्त शहरी विभाग, शिक्षा विभाग, आयुर्वेद, होम्योपैथी, आई.सी.डी.एच, पंचायती राज के वरिष्ठ अधिकारी ने भाग लिया ।