आज हम आपको देश के एक ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें पैदा होने वाला हर बच्चा या तो मंत्री बनता है या फिर जज बनता है। इस गांव का नाम बूढ़पुर है जो रेवाड़ी जिले में आता है।
ये है रेवाड़ी जिले का गांव बूढ़पुर। ‘वह नामी गांव बूढ़पुर कहिए, जहां जज और मिनिस्टर रहते हैं’। ये कहावत छह दशक से अहीरवाल में चली आ रही है। इस कहावत से बूढ़पुर गांव की प्रसिद्धि साफ झलकती है। दरअसल संयुक्त पंजाब में अहीरवाल के प्रथम विधायक राव मोहर सिंह एवं उनके भाई न्यायाधीश श्योप्रसाद इसी गांव से रहे हैं।
गांव में करीब 1700 वोटर हैं। अधिकांश युवा वर्ग की आबादी वाले इस गांव का इतिहास अपने आप में अनोखा है। इस छोटे से गांव ने अहीरवाल को चार विधायक दिए हैं। जिनमें राव मोहर सिंह, राव महावीर सिंह, राव नरबीर सिंह और राव विजयवीर सिंह शामिल हैं। इनमें से राव नरबीर सिंह आज हरियाणा सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री हैं।

बूढ़पुर गांव का शिक्षा का स्तर बहुत उच्च है। गांव में स्थित सीनियर सेकेंडरी स्कूल 1968 से स्थापित है। उस समय दूर-दूर से लोग इस स्कूल में पढ़ने आते थे। हरियाणा सरकार में मंत्री राव मोहर सिंह ने पूरे अहीरवाल में कई शिक्षा सोसाइटी का गठन किया। इसके अतिरिक्त गांव में बालिका शिक्षा पर भी काफी जोर है। आज गांव की कई लड़कियां एवं बहुएं विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी कर रही हैं। इस छोटे से गाँव के लोग हर क्षेत्र में सेवा दे रहे हैं। चाहे व निजी हो या सरकारी। गांव के ही ब्रह्मानंद मध्यप्रदेश में आईजी हैं। सेना में कर्नल नरपाल यादव भी इसी गांव से हैं।
गांव के सरपंच हुक्मचंद हैं। आपको ये बात जानकर झटका लग सकता है कि यहां के लोग अपने बीच हुए विवाद को सुलझाने के लिए कोर्ट कचहरी की मदद नहीं लेते बल्कि गांव में मिल-बैठकर सुलझा लेते हैं। गांव के एक-जगह बैठकर विकास और राजनीति की बातें करते हैं। इससे आप समझ सकते हैं कि गांव में राजनीति का स्तर कितना ऊचां है। यह गांव राजनीतिक रूप से बेहद अहम है। गांव में अक्सर बुजुर्ग और रिटायर लोग साथ बैठकर देश की राजनीति पर चर्चा करते रहते हैं।