नई दिल्ली: दिल्ली पर एक बार फिर जानलेवा बीमारी बर्ड फ्लू का खतरा दिल्ली पर मडंरा रहा है. पिछले 36 घंटे में 8 पक्षियों की मौत ने देश की राजधानी में हड़कंप मचा दिया. चिड़ियाघर के बाद डीयर पार्क भी बंद कर दिया गया है. आज दिल्ली सरकार की टीम गाजीपुर मुर्गा मंडी में पक्षियों की जांच करने जाएगी और देखेगी की कहीं खतरा चिकन तक तो नहीं पहुंच गया है.
डेंगू और चिकनगुनिया के बाद दिल्ली में एक और आफत
डेंगू और चिकनगुनिया के बाद दिल्ली में एक और आफत आन पड़ी है. एक ऐसी बीमारी जो पक्षियों से इंसानों में फैलती है . बर्ड फ्लू का वायरस इतना खतरनाक होता है कि मरीज की मौत तक हो जाती है. बर्ड फ्लू की दहशत ऐसी है कि दिल्ली में पहले चिड़ियाघर बंद हुआ फिर कल दक्षिणी दिल्ली का डियर पार्क भी बंद कर दिया गया.
दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में अब तक 17 पक्षियों की मौत हो गई है. बर्ड फ्लू की आशंका के चलते चिड़ियाघर के बंद होने के बाद भी सरकार की तमाम कोशिशें नाकाम दिख रही हैं और पिछले 24 घंटे में 8 और पक्षियों की मौत हो गई. हौज़ खास के डीयर पार्क में भी दो पक्षी मरे हुए मिले.
दिल्ली के विकास मंत्री गोपाल राय ने कल खुद बड़े अधिकारियों की बैठक ली और बर्ड फ्लू के खतरे को जाना. इस बैठक में पशुपालन विभाग, स्वास्थ्य विभाग और डीडीए के अधिकारी भी शामिल हुए.
सरकार आज करेगी पक्षियों की जांच
आज दिल्ली सरकार की टीम दोपहर12 बजे गाजीपुर मुर्गा मंडी जाएगी और वहां पक्षियों की जांच करेगी. जिसके बाद ही फैसला लिया जाएगा कि चिकन खाने वालों को क्या एहतियात बरतने की जरूरत है. सरकार ने अलग-अलग जगहों से 50 सैंपल जालंधर की लैब को भेजे हैं, साथ ही रैपिड रिस्पांस टीम की संख्या भी 6 से बढाकर 10 कर दी गई है और हालात सामान्य होने तक पशुपालन और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की छुट्टियां तक रद्द कर दी गई है.
दिल्ली सरकार अब दावा कर रही है कि बर्ड फ्लू से निपटने के लिए पर्याप्त टेमी फ्लू का स्टॉक हैं. वहीं एनिमल राइट एक्टिविस्ट ने दिल्ली के चिड़ियाघरों में बदइंतजामी का भी सवाल उठाया है. सरकार की कोशिशें अपनी जगह लेकिन बर्ड फ्लू की आहट ने दिल्ली के लोगों में दहशत जरूर फैला दी है.
क्या कदम उठा रही है दिल्ली सरकार
- कंट्रोल रूम की स्थापना
- क्विक रिस्पॉन्स टीम का गठन
- स्वास्थ्य, पशुपालन, केंद्रीय टीम की नज़र
- प्रवासी पक्षियों के आने वाली जगहों पर दवा का छिड़काव
- पोल्ट्री फार्म मालिकों को एहतियात के निर्देश
क्या है बर्ड फ़्लू
- एवियन इन्फ़्लूएंजा H5N1 की वजह से
- पक्षियों में पाया जाता है यह वायरस
- पक्षियों से इंसानों में फैलता है
- बर्ड फ्लू में फेफड़ों का इंफेक्शन
- अधिकतर मामलों में जानलेवा
बर्ड फ्लू के लक्षण
- शुरू में गले की ख़राश
- सांस नली में इंफेक्शन
- दो से आठ दिन के बीच बढ़ता है
- धीरे-धीरे बुख़ार, उल्टी, पेट दर्द, नाक से ख़ून निकलना
- गंभीर रोगियों को सांस की तकलीफ़ से मृत्यु भी हो सकती है