तीन तलाक के बाद मोदी सरकार अब एक और नया फैसला लेने जा रही है जिसके बाद मुस्लिम समुदाय की महिलाएँ काफी खुश दिखाई दे रही हैं। यही नही कहीं-कहीं मुस्लिम महिलाएँ पीएम मोदी के तस्वीर पर दूध चढ़ाकर उनकी पूजा तक भी कर रही हैं। मोदी सरकार ने अपने मन की बात में मुस्लिम महिलाओं को एक और आजादी देने का ऐलान किया है। उन्होंने मुस्लिम समुदाय की महिलाओं के लिए हज़ यात्रा को लेकर उनके हक़ में आवाज उठाई है। अब से पहले महिलाओं को बिना पुरुष अभिवावक के हज़ यात्रा पर जानें की अनुमति नहीं थी। लेकिन पीएम मोदी ने इस परंपरा को भेदभाव बताते हुए इसे ख़त्म कर दिया।
नई हज़ नीति के अनुसार कोई भी 45 साल की उम्र को पार कर चुकी महिला चार या उससे अधिक की संख्या में बिना महरम[पिता, सगा भाई, बेटा, पौत्र, नवासा आदि] के भी एक साथ हज़ यात्रा पर जा सकती हैं। मुस्लिम समुदाय में महरम यानी जिससे महिला का निकाह नहीं हो सकता है। अब से पहले महिलाओं को हज़ यात्रा पर जानें के लिए महरम की जरुरत होती थी। बता दें कि इस साल 1300 महिलाओं ने अकेले हज़ पर जानें के लिए आवेदन किया है.