तकिया हम सोने के लिए इस्तेमाल में लेते है, पर क्या आप जानते हैं की जिस तकिये में सर रख कर हम सोते हैं उस तकिये से हमें अस्थमा , एलर्जी और नजाने कितनी बीमारियों की सौगात मिल सकती हैं । स्लीप एक्सपर्ट्स की माने तो तकियो के भी एक्सपायरी डेट होते हैं इतना ही नहीं, तकिये से होने वाली बिमारी आगे जा कर गंभीर समस्या में तब्दील हो सकती हैं । अक्सर आपने देखा होगा की कई लोगो को, चेहरे में कील मुहासो की शिकायत रहती हैं । तमाम उपचार के बाद भी ठीक नहीं हो पाते । ऐसे में समझ लीजिये की आपको अपने तकिये को बदलने की जरूरत हैं ।
जी हाँ तकिये में अधिक मात्रा में धूल, गन्दगी और ऑयल चिपका हुआ होता है। जो की हमें दिखाई नहीं देता हैं , और जैसे ही आपकी स्किन इन् गंदे तकियो के संपर्क में आती है, तो चेहरे पर मुहांसे या घाव निकलने लगते हैं। इसीलिए अगर आपको बहुत जल्दी जल्दी मुहांसे निकल रहे हैं, तो जल्द ही एक नया तकिया खरीद कर लायें
और हमेशा कोशिश करे की तकिये के कवर को हर तीन दिन में धोयें।
अक्सर आपने देखा होगा की तकियो को जब काफी लम्बे समय तक इस्तेमाल में लेते हैं तो, तकिये का लचीलापन ख़तम हो जाता हैं जो हमारे सर को उतना सहारा नहीं दे पाता जितनी जरुरत रहती हैं ।
नतीजन गर्दन में तेज दर्द , स्टिफनेस जैसी समस्या को उत्पन्न करती हैं । इसलिए अगर आपको ऐसा लगे कि आपका तकिया ठीक से सहारा नहीं दे पा रहा है तो तुरंत नया तकिया ले आयें। साथ ही नियमित रूप से तकिये को धुप में सुखाये । और हर छह महीने में अपना तकिया जरूर बदले ।