डीजीपी अनिल रतूड़ी की अध्यक्षता में पुलिस विभाग की अहम बैठक, दिए गये ये महत्वपूर्ण दिशा निर्देश……

देहरादून- राजधानी देहरादून में डीजीपी अनिल रतूड़ी की अध्यक्षता में आज पुलिस मुख्यालय में प्रदेश के सभी जनपद प्रभारियों व परिक्षेत्र प्रभारियों की कानून व्यवस्था, यातायात व्यवस्था, आपदा प्रबन्धन, चारधाम यात्रा के परिपेक्ष्य में एक बैठक आयोजित की गयी। इस दौरान रतूड़ी ने लोकसभा चुनाव को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए समस्त पुलिस बल को बधाई देते हुये कहा कि विषम परिस्थितियों में उत्तराखण्ड पुलिस इस चुनौती पर खरी उतरी और कर्तव्य पालन में उच्च कोटि के अनुशासन एवं व्यवसायिक दक्षता का परिचय दिया। सभी जनपद प्रभारियों व परिक्षेत्र प्रभारियों को सम्बोधित करते हुये उन्होने कहा कि आपकी कार्यप्रणाली ऐसी होनी चहिये जिसमें आपकी वास्तविक छवि दिखाई दे। आपके कार्य एवं आचरण में आपके अधीनस्थों एवं जनता को पारदर्शिता,व्यवसायिक दक्षता एवं प्रभावशिलता दिखाई दे। उन्होंने विभाग में स्वच्छ छवि, अनुशासन बनाये रखने, अधीनस्थों से निरन्तर संवाद करने की बात कही। महिला अपराध पर उन्होने कहा कि महिलाओं से सम्बन्धी यौन उत्पीड़न का अपराध महिला की सुरक्षा पर अपराध है इस अपराध की सूचना प्राप्त होते ही तत्काल इस पर कार्यवाही करते हुये मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना करते हुये उसे वर्कआउट किया जाये। सीसीटीएनएस के कार्यों की समीक्षा करते हुये उन्होने कहा कि सीसीटीएनएस पूरे देश की पुलिस को एक नेटवर्क से जोड़ रहा है इसकी क्षमताओं का उपयोग किया जाये, सिटीजन पोर्टल का व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुये इसके रिसपोन्स को भी देखा जाये। साथ ही समय-समय पर इसकी समीक्षा की जाये। इस दौरान डीजी लाॅ एंड आर्डर अशोक कुमार ने थानों पर मुकदमे पंजीकृत करने में कोताही न बरतने की बात कही उन्होने कहा कि मुकदमें जैसे भी हो पंजीकृत होने चहिये तत्पश्चात अपने संसाधनों का प्रयोग कर उसे वर्कआउट करें। उन्होने कहा कि प्रदेश के सभी थानों में मिनी साईबर सेल बनाये जाने के उद्देश्य से थाना कार्यालयों में नियुक्त मुख्य आरक्षी एवं आरक्षियों को साईबर प्रशिक्षण कराया जा रहा है, जो साईबर अपराध के मामलों को दर्ज करने एवं जाँच में सहयोग करेंगे। बैठक में वी विनय कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन अभिसूचना/सुरक्षा, दीपम सेठ, पुलिस महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, संजय गुंज्याल, पुलिस महानिरीक्षक पीएम, अमित सिन्हा, पुलिस महानिरीक्षक संचार, जीएस मार्तोलिया, पुलिस महानिरीक्षक, मुख्यालय, समस्त पुलिस उपमहानिरीक्षक सहित दोनों परिक्षेत्र प्रभारी, समस्त जनपदों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक,सेनानायक एसडीआरएफ, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जीआरपी उपस्थित रहे।

बैठक में निम्न बिन्दुओं पर दिए गये दिशा-निदेश

1- लूट ,डकैती, नकबजनी व चोरी की घटनाओं का अध्ययन कर उनकी रोकथाम हेतु अनुकूल उपाय किये जाये तथा थानाध्यक्ष द्वारा 24 घण्टे के अन्दर घटनास्थल का निरीक्षण सुनिश्चित किया जाय। घटना स्थल से फिगंर प्रिंट एवं अन्य वैज्ञानिक साक्ष्य प्राप्त करने की ओर अधिक ध्यान देने की जरुरत है।

2- पेशेवर अपराधियों की वर्तमान स्थिति जेल या जमानत पर बाहर है पर नजर बनाये रखे।

3- स्मार्ट पुलिसिंग पर जोर देते हुये जनपद प्रभारियों को सीसीटीवी मैपिंग कराये जाने हेतु भी निर्देशित किया। साथ ही अपराधों में कमी लाने के लिए स्थानीय लोगों को सीसीटीवी लगाने हेतु जागरुक करने की बात कही गई।

4- साईबर क्राइम के मामलों में जैसे ।ज्ड एवं ठंदा थ्तंनके, आदि में तत्काल एफआईआर दर्ज कर अपराधियों को गिरफ्तारी कर कड़ी वैधानिक कार्यवाही की जाये जिससे पीड़ित को न्याय मिल सके। सभी जनपद प्रभारी जनपदों में स्थापित साईबर सेलों के कार्यों की मासिक समीक्षा करें।

5- बलात्कार एवं पोक्सो एक्ट से सम्बन्धित अभियोगों की विवेचना 02 माह के भीतर पूरी कर ली जाये।

6- भू-माफियाओं पर गैंगस्टर एक्ट के अंर्तगत कार्यवाही की जाये एवं गुण्डा एक्ट के अपराधियों पर जिला बदर की कार्यवाही की जाये।

7- एक वर्ष से अधिक समय से लम्बित विवेचनाओं की समीक्षा कर निस्तारण करें।

8- समस्त जनपद प्रभारियों को अपने- अपने जनपदों की यातायात की चुनौतियों को समझने, जनता को साथ लेकर चलने और यातायात प्रबन्धन हेतु कार्ययोजना तैयार करते हुये अपने-अपने जनपदों में स्वयं भ्रमण कर ब्लैक स्पाट एवं दुर्घटना संभावित क्षेत्रों का चिन्हीकरण करने हेतु निर्देशित किया गया।

9- चारधाम यात्रा के दृष्टिगत सिंहद्वार, हरिद्वार से नटराज चैक, ऋषिकेश तक रुट को 8 से 10 सेक्टरों में बांटा गया है वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून, हरिद्वार एवं टिहरी आपस में समन्व्य स्थापित कर सुनिश्चित करें कि यातायात सुचारु रुप से चले एवं जाम की स्थिति न हो।

10- पर्यटन सीजन का यह पीक टाईम है वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, नैनीताल एवं देहरादून नैनीताल व मसूरी की यातायात व्यवस्था को ओर बेहतर करें जिससे पर्यटकों को असुविधा एवं जाम की स्थिति उत्पन्न न हो।

11- मानसून के दृष्टिगत अपने-अपने जनपदों में आपदा हेतु उपलब्ध पुलिस बलध्उपकरणों एवं अन्य संसाधनों का भलिभाँति परीक्षण कर उन्हें चिन्हित स्थानों पर उपलब्ध करा दिया जाये, जिससे किसी भी प्रकार की आपदा की स्थिति में तत्काल राहत एवं बचाव कार्य किया जा सकें।

12- शिकायती प्रार्थना-पत्रों की जांच की गुणवत्ता पर गम्भीरता से ध्यान देते हुये उनका समय से निस्तारण किये जाने हेतु भी निर्देशित किया गया।

13- सोशल मीडिया पर आक्रमक सन्देश पोस्ट करने वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर थाने पर बुलाया जाये जहां उनकी काउन्सलिंग कर भविष्य में ऐसी पोस्ट न करने के सम्बन्ध में उनसे बन्ध-पत्र भरवाया जाये । अफवाहों को किसी भी दशा में फैलने न दिया जाये, सोशल मीडिया पर निरन्तर निगरानी रखी जाये यदि कोई भ्रामक सूचना फैलायी जाती है तो तुरन्त उसका प्रतिरोध किया जाये तथा भ्रामक सूचना फैलाने वाले के विरुद्ध कार्यवाही की जाये।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here