डयबिटीज के रोगियों के लिए अच्छी खबर है, अब मधुमेह के रोगियों को चावल और मीठी चीजों से परहेज करने की जरुरत नहीं है । मधुमेह का भारत ने इलाज खोज लिया है । आंकड़ों की माने तो दुनिया भर में तकरीबन 35 करोड़ लोग डयबिटीज के शिकार हैं, वहीँ चीन के बाद भारत दूसरे नंबर पर है , यहां करीब 6 करोड़ से अधिक लोग मधुमेह की चपेट में है । अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के अजमल खां तिब्बिया कॉलेज ने जड़ी बूटियों से ऐसी यूनानी दवाई बनाई है जो डयबिटीज के लिए रामबाण इलाज साबित हो रहा है । जो मधुमेह को जड़ से ख़तम करने में सक्षम है और इसका कोई साइड इफ़ेक्ट भी नहीं है। इस दवाई की ख़ास बात यह है की , ये इंसुलिन बनाने वाली बीटा कोशिकाओं को रिअरेंज भी करती है जिसके चलते आगे जा कर मरीज को दवा की जरुरत नहीं रहती। तिब्बिया कॉलेज के प्रो. नईम अहमद खान व उनकी टीम ने पनीर डोडा , दाल चीनी समेत आठ जड़ी बूटियों से यह दवाई तैयार की है, चूहों पर सफल परीक्षण के बाद , इस औषधि को 55 मरीजों पर क्लीनिकल ट्रायल के लिए इस्तेमाल में लिया जा रहा है। यह दवा तिब्बिया कॉलेज में मरीजों को निशुलक उपलब्ध कराइ जा रही है, हालांकि दवा को अभी तक कोई नाम नहीं दिया गया है।अंदाजा लगाया जा रहा है की यह दवा मरीजों के लिए बाजार में जल्द ही उपलब्ध होगी ।