आप कॉफी पीने के शौकीन है लेकिन अधिक कैफीन लेने से डरते हैं तो अब चिंता ना करें. बिंदास पीएं कॉफी क्योंकि रोजाना 3 कप कॉफी दे सकती है आपको कई फायदे. ये हम नहीं कह रहे बल्कि हाल ही में आई रिसर्च कही रही है. रिसर्च के मुताबिक, रोजाना 3 कप कॉफी पीने से डिमेंशिया के रिस्क को रोका जा सकता है.
रिसर्च के मुताबिक, मॉडरेट कैफीन पीने से दिमाग में पैदा होने वाले टॉक्सिक्स क्लंप्स नहीं बनते ये वहीं टॉक्सिक्स क्लंप्स हैं जो कि अल्जाइमर डिजीज के कारक हैं. इतना ही नहीं, रिसर्च ये भी कहती है कि इन एंटीऑक्सीडेंट तत्वों के लंबे समय तक इनके सेवन से बॉडी में ताकत रहती है.
यूरोप की 6 सबसे बड़ी कॉफी कंपनियों द्वारा रिसर्च में पाया गया कि कॉफी के सेवन से पार्किंसन रोग से बचने में भी मदद मिलती है और न्यूरोलोजिकल डिस्ऑर्डर भी नहीं होता.
अभी तक रिसर्च में यही साबित होता आया था कि लंबे समय तक कॉफी का सेवन शरीर के लिए अच्छा नहीं है. पहले की रिसर्च में ये कहा गया था कि प्रेग्नेंसी में कॉफी के अधिक सेवन से ना सिर्फ मिसकैरेज का डर रहता है बल्कि जल्दी डिलीवरी होने का भी खतरा था और हार्ट अटैक का भी खतरा था.
कॉफी के पीने से होने वाले नुकसानों के बारे में रिसर्च यही कहती आई है कि ये एंजाइटी, हार्टबर्न और जल्दी पीरियड्स लाने के लिए जिम्मेदार है. किन नई रिसर्च कहती है कि कॉफी पीने से याददाश्त तेज होती है और याददाश्त से जुड़ी बीमारियां नहीं होती. कॉफी पीने से अल्जाइमर डिजीज का खतरा कम हो जाता है. कैफीन का बॉडी में कम स्तर इस डिजीज के होने के खतरे को बढ़ा देता है. द यूरोपियन फूड सेफ्टी एथॉरिटी ने दावा किया है कि 400mg कैफीन का सेवन यानी एक दिन में 5 कप कॉफी हेल्दी एडल्ट्स के लिए नुकसानदायक नहीं है.