देहरादून – उत्तराखंड चारधाम यात्रा में अब तक 23 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है, जिसमे गंगोत्री में 3 यमुनोत्री में 10 केदारनाथ में 8 और बदरीनाथ में 2 श्रधालुओं की मौत हुई है। मरने वालों में 6 महिला श्रद्धालु और 17 पुरुष श्रद्धालु है। मरने वाले में 5 श्रधालु 45 वर्ष से कम के है जबकि बाकि 18 श्रद्धालु 50 वर्ष से ऊपर के है। चारधाम यात्रा में श्रधालुओं की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी के सीएमओ से रिपोर्ट मांगी है। विभाग ने बताया श्रधालुओं के मौत का कारण हार्ट अटैक, हाइपरटेंशन व अन्य बीमारियाँ है। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. शैलेजा भट्ट ने मुख्य चिकित्साधिकारियों के साथ चारधाम यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं की बुधवार को समीक्षा की। स्वास्थ्य महानिदेशक ने चारधाम यात्रा मार्ग से संबंधित जिलों के सीएमओ को निर्देश दिए कि किसी भी स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं में कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा में अब तक 23 यात्रियों की अचानक मौत हुई है। इनमें से किसी भी यात्री की मृत्यु अस्पताल में नहीं हुई है।
मौत से पहले किसी भी यात्री को गंभीर हालात में चिकित्सालय पर उपचार के लिए नहीं लाया गया। सभी मृत्यु के संभावित कारणों में आकस्मिक हृदयघात, हाइपरटेंशन, अन्य बीमारियों से ग्रसित होना पाया गया है। महानिदेशक ने सीएमओ को तीर्थयात्रियों की मौत पर विस्तृत रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं।