आज यानि 4 नबंवर को गुरु नानक जयंती है यह तो सब जानते हैं लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि गुरू नानक जयंती क्यों मनायी जाती है। आज के दिन सिख धर्म के पहले गुरु गुरु नानक जी का जन्म हुआ था। इस जयंती को गुरु पर्व से भी माना जाता है। 15 अप्रैल 1469 को तलवंडी नामक स्थान पर जन्में गुरु नानक का जन्मदिन हिंदू पंचांग के हिसाब से कार्तिक महीने की पूर्णिमा के दिन पड़ता है। गुरु पर्व सिखों का सबसे महत्वपू्र्ण पर्वों में से एक माना जाता है।
सिख धर्म के पहले गुरु और संस्थापक गुरु नानक देव का जन्मदिवस कार्तिक पूर्णिमा के दिन बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस पवित्र दिन को लोग प्रकाश उत्सव और गुरु पर्व के रूप में मनाते हैं। इस दिन गुरुद्वारों में शबद-कीर्तन किए जाते हैं। जगह-जगह लंगरों का आयोजन होता है और गुरुवाणी का पाठ किया जाता है। गुरु नानक देव जी ने अपने अनुयायियों को अच्छा जीवन जीने के कुछ मूल मंत्र दिए थे। ये सिद्धांत आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने पहले थे।
1. ईश्वर एक है और हर जगह मौजूद है। सदैव एक ही ईश्वर की उपासना करो। ईश्वर सब में व्यापक है। सबका पिता वही है इसलिए सभी से प्रेम करना चाहिए।
2. मेहनत कर, लोभ को त्याग कर और न्यायोजित साधनों से धन कमाना चाहिए। मेहनत और सच्चाई से गरीबों और जरुरतमंदों की मदद करनी चाहिए।
3. कभी भी किसी का हक नहीं छीनना चाहिए।
4. अगर किसी को धन या कोई अन्य मदद की आवश्यकता हो तो हमें कभी भी पीछे नहीं हटना चाहिए।
5. अपनी कमाई का 10वां हिस्सा परोपरकार के लिए और अपने समय का 10वां हिस्सा प्रभु सिमरन या ईश्वर भक्ति में लगाना चाहिए।
6. धन को जेब में स्थान देना चाहिए, दिल में नहीं।
7. स्त्री जाति का आदर करना चाहिए। सभी स्त्री और पुरुष बराबर हैं।
8. गुरु की आवाज भगवान की आवाज है। वही ज्ञान और निर्वाण का सच्चा स्त्रोत है।
9. चिंता मुक्त रहकर अपने कर्म करते रहना चाहिए। संसार को जीतने से पहले स्वयं अपने विकारों पर विजय पाना अत्यंत आवश्यक है।
10. अहंकार, ईर्ष्या, लालच, लोभ मनुष्य को मनुष्य नहीं रहने देते।