
उत्तराखंड: बीती रात देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उत्तराखंड में बाबा केदारनाथ के दौरे पर आये थे। उन्होंने केदारनाथ में परिवार सहित पूजा की थी। इस दौरे में एक खबर चर्चे में है की केदारनाथ पूजा के बाद पुरोहित ने दक्षिणा में ऐसा कुछ मांग लिया कि जिसे सुनकर राष्ट्रपति भी हैरान हो गये। जिसमें पूजा के बाद दिल छू ले वाला वक्या सामने आया। राष्ट्रपति कोविंद की इस पूजा के तीर्थ पुरोहित भगत बगवाड़ी को नियुक्त किया गया था।
मंदिर के गर्भगृह में करीब 25 मिनट तक पूजा कर भोलेनाथ का महाभिषेक किया। पूजा संपन्न होने के बाद राष्ट्रपति ने पुजारी भगत बगवाड़ी को दक्षिणा देनी चाही तो उन्होंने दक्षिणा लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने राष्ट्रपति से कहा कि मुझे कुछ नहीं चाहिए। अगर आप कुछ देना चाहते हैं तो कर्नल अजय कोठियाल को ‘सम्मान की दक्षिणा’ दे, जिनकी बदौलत केदारनाथ की यात्रा निर्बाध रूप से संचालित हो रही हैं। आपको बताते चले की कर्नल कोठीयाल वहीं नाम है जिसने आपदा के बाद यात्रा मार्गो को दुरुस्त कराने में अहम रोल अदा किया था।
उन्होंने राष्ट्रपति को बताया कि केदारनाथ की यात्रा शुरू होने में कई साल लग जाते, लेकिन कर्नल कोठियाल की लगन और समर्पण के कारण यात्रा आपदा के चंद माह में ही शुरू हो गई। आपदा से ध्वस्त हो चुके केदारपुरी का आज पुनर्निर्माण हो चुका है। कर्नल कोठियाल की वजह से ही हम जैसे हजारों लोगों को रोजगार मिला है। आपदा के दौरान उत्तरकाशी में उनके नेतृत्व में उनकी टीम ने हजारों लोगों को बचाया, इसलिए कर्नल कोठियाल सम्मान के वास्तविक हकदार हैं। राष्ट्रपति ने पुजारी की बात गंभीरता सुनी और वह मंदिर से बाहर आ गए।