मुख्यमंत्री के फेसबुक और ट्विटर एकाउंट से जुड़े युवा : भट्ट
आज बाल दिवस के अवसर पर हरिद्वार रोड स्थित यू.आई.एम.टी. संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में जाने का मौका मिला। कार्यक्रम में थोड़ी देर से पहुंची। तब तक कार्यक्रम शुरू हो चुका था और कार्यक्रम में एक युवा वक्ता पूरे जोश के साथ अपनी माटी और संस्कृति के प्रति बच्चों में जोश भर रहा था। वक्ता पूरे जोश भरे अंदाज में सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों के बारे में बच्चों को बता रहा था। पता करने पर पर मालूम हुआ कि आज के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार है। मुख्यमंत्री के साथ काम करने वाले लोगो के प्रति एक अलग सी धारणा है कि वे लोग केवल मुख्यमंत्री के अगल-बगल तक ही सीमित रहते है।
लेकिन अब के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अपनी टीम में जो लोग रखे है, वो सब अपने-अपने क्षेत्र में माहिर है और अपने प्रदेश मातृ भूमि के लिए कुछ कर गुजरने की सोच रखते है। मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट आज जब बच्चों को सम्बोधित कर रहे थे, तो उनकी फोकस केवल इस बात पर था कि हमारे युवा अपनी संस्कृति और मातृभूमि से लगाव रखे। श्री भट्ट ने जब युवाओं के बीच मे जाकर बोलते है, तो वे राज्य सरकार द्वारा युवाओं के लिए शुरू की जा रही योजनाओं के बारे में बताते है, साथ ही युवाओं से आह्वान करते है कि वे जिस भी क्षेत्र में जाय एक बेहतर इंसान बने। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत द्वारा शुरू की योजनाओं की जानकारी देते हुए मीडिया सलाहकार बताते है कि सरकार का फोकस भ्रष्टाचारमुक्त शासन-प्रशासन देना है। इसके साथ ही योजनाओं के क्रियान्वयन में अधिक से अधिक सूचना तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, ताकि पारदर्शिता बनी रहे और भ्रष्टाचार पर प्रभावी अंकुश लगाया जाय। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश में युवाओं के लिए एन.एफ.टी. और सीपैट जैसे संस्थान स्थापित किये जा रहे है, जिससे हमारे युवाओं को यही पर बेहतर शिक्षा के लिए अवसर मिल सके। श्री भट्ट ने युवाओं से आह्वान किया कि वे मुख्यमंत्री के फेसबुक और ट्विटर एकाउंट से जुड़े और अपने सुझाव दे। युवाओं के सकारात्मक सुझाव को सरकार अपनी योजनाओं में शामिल करेगी। एक बेहतर उत्तराखण्ड के निर्माण में युवाओं की भागीदारी अहम है, जिसके लिए युवाओं को आगे आना होगा। वाकई में मुख्यमंत्री के लिए संभव नही है कि वह अधिक से अधिक लोगो से मिलकर विशेषकर युवाओं से मिलकर अपनी बात पहुंचाये। लेकिन यदि उनकी टीम के सभी सदस्य अधिक से अधिक जनसंवाद करें, तो सरकरा की योजनाओं और नीतियों के बारे में अधिक प्रचार-प्रसार हो सकता है। साथ ही जनता के सुझाव भी सरकार को मिल सकते है।
रिपोर्ट-नीलम नौटियाल।