देहरादून। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार के सेन्ट्रल मांनिटरिंग कमेटी सदस्य भगवत प्रसाद मकवाना मानते हैं कि केंद्र सरकार के साथ-साथ उत्तराखंड सरकार सिर पर मैला ढोने से पूरी तरह रोक को कटिबद्ध है। एक विशेष भेंट में श्री मकवाना ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री मोदी सिर पर मैला ढोने/हाथ से मैला ढोने, की प्रथा पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए कटिबद्ध है। इस सम्बन्ध में किसी भी नगर पालिका परिषद/नगर पंचायत में सिर पर मैला अथवा हाथ से मैला ढोने की शिकायत प्राप्त होने पर सम्बन्धित के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी। श्री मकवाना ने कहा कि इसके लिए स्वच्छकारों की बस्तियों में कैम्प लगाकर केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा इनके हित में चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। इसके लिए जिला समाज कल्याण अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। श्री मकवाना का कहना है कि नगर निगम में सफाई कर्मचारियों व स्वच्छकारों का ठेकेदारो द्वारा उत्पीडन कीशिकायत पाये जाने पर नगर आयुक्त को निर्देशित किया है कि सफाई कर्मचारियों व स्वच्छकारों को जो वेतन देय है, दिलाया जाये।
भगवान प्रसाद मकवाना ने स्वच्छकारों की समस्याओ के त्वरित निराकरण के लिए मांनिटरिंग कमेटी का गठन करने के निर्देश दिये है। स्वच्छकारो को प्रशिक्षण दिलाकर अन्य व्यवसायों को करने हेतु प्रशिक्षित भी किये जाने के निर्देश अधिकारियों को दिये है। भगवत प्रसाद मकवाना ने कहा है कि आऊट सोर्सिग पर नियुक्त सफाई कर्मचारियो के वेतन से ई0पी0एफ0 की कटौती नियमित रूप से की जाये। नियमित, संविदा एवं आऊट सोर्सिग सफाई कर्मचारियो को सेफ्टी किट उपलब्ध करायी जाये। नियमित सेवा निवृत्त सफाई कर्मचारियो को पेशन व अन्य भुगतान समय से किया जाये। उन्होंने किसी भी नगरीय निकाय में ठेके से सफाई नही कराये जाने के निर्देश दिये है। यह भी कहां है कि स्वच्छ भारत मिशन को सफल बनाने में सफाई कर्मचारियो का अहम योगदान है।