कांवड़ मेले की तैयारी में जुटा हरिद्वार जिला प्रशासन।

हरिद्वार – कोविड के चलते पिछले दो साल से स्थगित कांवड़ मेले में इस बार बड़ी संख्या में शिवभक्तों के पहुंचने का अनुमान है। इसे लेकर जिला प्रशासन ने अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी हैं। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने सभी विभागीय अधिकारियों से कांवड़ मेले की तैयारियों में अभी से जुटने को कहा है। लोनिवि के अधिकारियों को कांवड़ पटरी सहित कांवड़ यात्रा में इस्तेमाल होने वाली सड़कों का अच्छी तरह से निरीक्षण कर एक सप्ताह के भीतर सर्वे रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

जिलाधिकारी ने पार्किंग के पुख्ता इंतजाम करने के साथ ही पार्किंग के प्रवेश और निकास द्वार को पक्का करने के साथ सभी पार्किंग स्थल पर एक जेसीबी की व्यवस्था करने को निर्देशित किया। पेयजल विभाग के अधिकारियों से नारसन बार्डर से हरिद्वार और भगवानपुर से हरिद्वार तक प्रत्येक 500 मीटर की दूरी पर पानी की व्यवस्था के निर्देश दिए। जहां-जहां हैंडपंप हैं, उन स्थलों की जांच के साथ जिन स्थानों पर टैंकर स्थापित किए जाने हैं, उसे चिह्नित कर रिपोर्ट तैयार करने को कहा है। उन्होंने कानून-व्यवस्था को लेकर भी अधिकारियों को व्यापक निर्देश दिए। एसएसपी डा. योगेंद्र सिंह रावत ने अवस्थापना संबंधी सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने पर जोर दिया। कांवड़ पटरी के अलावा हाईवे के आउट वे लेन पर भी विशेष ध्यान देने की बात कही। मेले के दौरान शौचालयों की समुचित व्यवस्था को संबंधित विभागों के अधिकारियों को समय पर टेंडर आमंत्रित करने के निर्देश दिए। विद्युत विभाग के अधिकारियों को कांवड़ पटरी मार्ग पर प्रकाश की समुचित व्यवस्था करने के साथ ही लाउडस्पीकर की भी व्यवस्था करने को कहा। झूलते तारों को दुरुस्त कराने के साथ ही खतरे का साइन बोर्ड लगवाने के निर्देश दिए। सिचाई विभाग को घाटों की मरम्मत का कार्य समय से पूरा कराने के साथ ही सुरक्षा चेन लगवाने और अतिक्रमण हटवाने के निर्देश दिए। एनएचआइ के अधिकारियों को हाईवे पर सफाई की व्यवस्था के साथ ही सड़क किनारे उगी झाड़ियों आदि हटवाने के निर्देश दिए। नगर निगम व अन्य संबंधित अधिकारियों को राउंड द क्लाक सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित कराने को कहा।

उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी से दवाओं के अलावा अस्थायी अस्पताल आदि बनवाने को समय से टेंडर कराने को कहा। जिलाधिकारी ने कहा कि कांवड़ मेले के दौरान सांप और कुत्ते काटने की घटनाएं भी सामने आती हैं। इसे देखते हुए अस्पतालों में इलाज की समुचित व्यवस्था कराने को निर्देशित किया। खाद्य सुरक्षा अधिकारी को सैंपलिग, वन विभाग के अधिकारियों को पेड़ों की छंटाई आदि कराना सुनिश्चित करने को कहा।

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