देहरादून। हार के बाद भी मिठाई बांटना मानसिक दिवालिएपन से कम नहीं है। जिस पार्टी की राज्य में सत्ता रही हो उससे हाथ धोना पड़े तथा छोटे दल की बैसाखी पर सत्ता में आने पर प्रसन्नता व्यक्त की जाए यह किसी दिवास्वप्न से कम नहीं है। यह मानना है भाजपा के मीडिया प्रभारी देवेंद्र भसीन का । डॉ. भसीन ने कहा कि कर्नाटक चुनाव में पराजय और उसके बाद तीसरे नंबर की पार्टी के सामने समर्पण करने की खुशी में कांग्रेस मिठाई बांट रही है।
कर्नाटक चुनाव परिणाम आने के बाद से ही एक-दूसरे निशाना साध रहे थे। भाजपा ने कांग्रेस और कांग्रेस ने भाजपा का आरोपी माना लेकिन अब कांग्रेस द्वारा हर्ष मनाना और मिठाई बांटना इस बात का संकेत है कि कांग्रेस अब लगभग बैसाखियों पर निर्भर रह गए है, उसका अपना कोई अस्तित्व नहीं है।
डॉ. भसीन ने कहा कि कांग्रेस की दुर्गति के बावजूद कांग्रेस नेता मिठाई बांट रहे हैं तो उससे साफ है कि कांग्रेस का क्या स्तर हो गया है। यह भी साफ हो गया कि कांग्रेस को सत्ता की इतनी भूख है कि अपमान सहन करते हुए वह पिछले दरवाजे से सत्ता में आने को तैयार है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक की जनता ने कांग्रेस को नकारते हुए भाजपा के पक्ष में मत दिया है। कुछ सीटों की कमी का यह मतलब नहीं कि भाजपा पराजित हो गई है। भाजपा अभी भी कांग्रेस व जेडीएस से बहुत आगे है।