श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज कहा कि कश्मीर में अशांति का ठीकरा सिर्फ पाकिस्तान पर नहीं फोड़ा जा सकता, क्योंकि यह राज्य के लोगों से संवाद नहीं कर रही सरकार की ‘‘गलतियों’’ का नतीजा है.
बारामुला में नेशनल कांफ्रेंस के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उमर ने कहा, ‘‘इस गलतफहमी में नहीं रहें कि कश्मीर में आग पाकिस्तान ने लगाई है. यह हमारी गलतियों का नतीजा है.’’ उमर ने कहा, ‘‘घाटी में मौजूदा राजनीतिक हालात या अशांति के लिए सिर्फ पाकिस्तान को जिम्मेदार करार देना सच को तोड़-मरोड़कर पेश करने की तरह है.’’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर की लोगों की राजनीतिक भावना तब भी वैसी ही थी जब कोई बाहरी दखल नहीं था और यह राजनीतिक भावना ही राज्य के विशेष दर्जे का आधार है, जिसे संविधानेत्तर तंत्रों के जरिए कमजोर किया गया है.’’
उन्होंने कहा कि कश्मीर में राजनीतिक मुद्दा ‘‘ऐतिहासिक भूल’’ और नई दिल्ली में ‘‘एक के बाद एक कर आई सरकारों की ओर से तोड़े गए वादे हैं.’’ उमर ने कहा, ‘‘हालात आज कई गुना ज्यादा बिगड़ गए हैं क्योंकि मौजूदा केंद्र सरकार यह मानने को भी तैयार नहीं है कि कश्मीर में कोई समस्या है.’’ उन्होंने कहा कि विपक्ष में रही महबूबा मुफ्ती और पीडीपी-भाजपा की मौजूदा जम्मू-कश्मीर सरकार की अगुवाई कर रही मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती में बहुत फर्क है.