हरिद्वार – हरिद्वार के श्यामपुर थाना क्षेत्र में बीती 9 अगस्त को मोबिन के द्वारा श्यामपुर पुलिस को लूट की तहरीर दे कर शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के आधार पर दिनदहाड़े लूटपाट की घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों की धरपकड़ के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशों पर पुलिस टीमें गठित की गई।
प्रेस वार्ता के दौरान एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने बताया कि पीड़ित मोबिन द्वारा पुलिस को यह भी बताया गया की लूटपाट की घटना को अंजाम देने वाले चार युवक थे जंगल में कबाड़ बेचने के बहाने से बुलाया गया था जो बाइक और 12000 नकद लेकर फरार हो गए थे। श्यामपुर थाना अध्यक्ष अनिल चौहान ने लूट की घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों को पकड़ने के लिए सघन चेकिंग अभियान के साथ-साथ श्यामपुर क्षेत्र में संदिग्धों की गतिविधियों की जानकारियां जुटाई।
हरिद्वार सीसीआर टावर में लूट का खुलासा करते हुए एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने बताया कि जंगली क्षेत्र होने के कारण सीसी फुटेज से कोई मदद नहीं मिल पा रही थी। तमाम सीसी कैमरों की निगरानी भी की गई साथ ही 100 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई। 15 अगस्त को मुखबिर द्वारा संदिग्धों के घूमने की सूचना दी गई। लालगंज क्षेत्र में घटना को अंजाम देने वाले संदिग्धों की धरपकड़ के लिए सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। चेकिंग के दौरान लहरपुर से चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया।
आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल 3 अवैध तमंचा छह जिंदा कारतूस सहित चाकू और लूटे गए ₹6000 बरामद हुए। उन्होंने बताया की लूट की घटना का मास्टरमाइंड परवेज ने ही पूरा प्लान बनाया था। लूट की घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों ने पूछताछ में परवेज पुत्र अयूब निवासी नेपाल बस्ती लालढाग, सारिक पुत्र याकूब निवासी मोहल्ला ठहरो वाला सहानपुर बिजनौर, हर्ष चौधरी पुत्र सुनील कुमार निवासी ग्राम रसूलपुर, आशुतोष चौहान पुत्र नर पाल सिंह निवासी जिला बिजनौर।
एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने बताया लूट का मास्टरमाइंड परवेज अपहरण के मामले में जेल जा चुका है। कोर्ट कचहरी में पैसा खर्च होने के बाद श्यामपुर मैं लूट करने की वारदात को कबूला लूट के खुलासे के लिए पुलिस टीम को 15000 नगद पुरस्कार की घोषणा भी की गई ।