एसएसबी का 40 सालों का शानदार इतिहास रहा है। एसएसबी को देश के सवरेत्कृष्ट सुरक्षा बलों में से एक है, सुरक्षा बलों की मुस्तैदी से ही देश की सीमाएं पूर्ण रूप से सुरक्षित हैं।
सशस्त्र सीमा बल अकादमी श्रीनगर में सोमवार को आयोजित दीक्षांत में 19 सहायक सेनानायक विधिवत एसएसबी का हिस्सा बन गए। पचास सप्ताह के कठोर प्रशिक्षण के बाद एसएसबी का हिस्सा बने इन सहायक कमांडेंटों में चार बिहार से, तीन-तीन उत्तर प्रदेश व हरियाणा से, दो-दो राजस्थान व महाराष्ट्र से और उत्तराखंड, मणिपुर, मध्यप्रदेश, जम्मू कश्मीर, दिल्ली से एक-एक शामिल हैं।
2004 में स्थापित श्रीनगर स्थित अकादमी में अब तक सीधी भर्ती के 332 सहायक कमांडेंटों और विभागीय परीक्षा के 84 सहायक कमांडेंटों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। उत्तराखंड पुलिस के साथ ही नेपाल पुलिस के अधिकारियों को भी अकादमी में प्रशिक्षण दिया गया।
इस अवसर पर कमांडर देसाई सागर अशोक के नेतृत्व में पांच टुकड़ियों में शामिल 19 प्रशिक्षु सहायक कमांडेंटों और 72 नव आरक्षियों ने मुख्य अतिथि और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू को आकर्षक मार्चपास्ट करते हुए सलामी दी। मुख्य अतिथि ने एसएसबी की पत्रिका अलकनंदा के नौवें संस्करण का विमोचन भी किया।