एटीएम कार्ड से जंहा लोगों की सुविधाजनक हैं, वहीं मुसीबत का कारण भी बन रहा हैं। देहरादून में दो दिनों में दो दर्जन लोगों के खातों से एटीएम क्लोन के जरिये लाखों रुपये उड़ा देने का मामला सामने आया है जंहा इस घटना से दून पुलिस के भी होश उड़े हुए है। तो वंही इस वाकये ने एटीएम की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े किए हैं।
जालसाजों तक पहुंचने के लिए पुलिस पूरे दिन रात शहर के एटीएम और वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालती रही, लेकिन पुलिस को कोई खास सुराग हाथ नहीं लगा। SBI,PNB समेत अन्य बैंकों के जिन खाताधारकों के रुपये निकले हैं, घटना के वक्त उन सभी के एटीएम कार्ड उनके पास ही मौजूद थे। इसके बाद भी जब उन्हें खाते से रुपये निकलने की सूचना मिली तो वह चौंक गए, इनमें से दो दर्जन से ज्यादा लोगों ने रात में ही नेहरू कॉलोनी और डालनवाला थाने को सूचना दे दी थी और अपना एटीएम कार्ड भी ब्लॉक करा दिया।
पुलिस को शक है की लोगों के एटीएम कार्ड के क्लोन बनाने के लिए एटीएम मशीन में खुफिया कैमरे व मिनी स्कैनर आदि लगाए होंगे। मगर तलाशी के बाद भी किसी एटीएम से ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला। ऐसे में पुलिस ने आशंका जताई है कि आरोपियों ने कुछ दिन पहले एटीएम में छेड़छाड़ कर डाटा चुराया होगा। इसके बाद वह इसे लेकर जयपुर चले गए। जहां से शुक्रवार शाम से शनिवार सुबह तक ट्रांजेक्शन किए गए।एसएसपी ने बताया कि आमतौर पर एटीएम में कार्ड एंट्री प्वाइंट पर हमेशा लाइट जलती रहती है। लेकिन, स्कैनर लगाने के बाद यह लाइट नहीं जलती है। ऐसी स्थिति में अलर्ट हो जाएं और तत्काल पुलिस को सूचना दें। इसके अलावा एटीएम कक्ष में प्रवेश करने के बाद आसपास बारीकी से निगाह दौड़ाकर यह सुनिश्चित कर लें कि कहीं हिडेन कैमरा आदि न लगा हो।जिस तरह खातों से रकम निकाली गई है, उससे कार्ड का क्लोन तैयार किए जाने की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता। जयपुर के लिए टीम रवाना कर दी गई है। वहां की साइबर क्राइम ब्रांच से भी जानकारी साझा की गई है
सावधान !!!
अगर आप घर पर बैठे हैं और आपके मोबाइल पर अचानक आपके खाते से रूपए निकलने का मैसेज आता है और यदि आपने किसी को अपना ATM कोड भी न बताया हो तो समझ लीजिये आप ATM Cloning का शिकार हो गए हैं यानि किसी फ्रॉड ने बना लिया है आपके ATM का डुप्लीकेट!!!!!!
अब आप ये सोच रहे होंगे कि ATM का डुप्लीकेट कैसे बन सकता है तो u.k पुलिस बता रही है आपको कि कैसे बनता है ATM क्लोन??
आजकल ATM फ्रॉड गिरोह बिना सिक्योरटी गार्ड वाले ATM में एक विशेष प्रकार की चिप ATM में फिट कर देते हैं और ATM की छत पर थोड़ी देर के लिए बैटरी से चलने वाला एक CCTV लगा देते है जब आप उस ATM से रूपए निकालते हैं तो आपके ATM का सारा डेटा चिप में ट्रांसफर हो जाता है और ऊपर लगे कैमरे में आपका कोड रिकॉर्ड हो जाता है आपके जाने के बाद एटीएम के आस पास खड़ा व्यक्ति चिप और cctv निकाल कर चिप के डेटा से उसी no का ATM तैयार कर cctv से आपका कोड लेकर आपके खाते से रूपए निकाल देता है।
ATM फ्रॉड गिरोह से बचने के लिए क्या करे??
1- बिना सिक्यूरिटी गार्ड वाले ATM से रूपए न निकाले।
2- ATM में घुसने के बाद विशेषकर छत पर अवश्य नज़र डाले कि की बोर्ड की तरफ कोई कैमरा तो नही लगा है आपको बता दे कि बैंक कभी भी की बोर्ड की तरफ कैमरा नही लगाता।
3- सबसे महत्व पूर्ण यह है कि की बोर्ड में अपना कोड टाइप करते समय ऊपर से दूसरे हाथ की आड़ कर दे ऐसे में यदि कैमरा लगा भी हो तो आपका कोड उसमे रिकॉर्ड नही हो पायेगा।
4- ATM के अंदर रूपए निकालते समय कोई अन्य व्यक्ति हो तो उसे शांति पूर्वक बाहर निकलने का अनुरोध करे।
5- ATM में किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ महसूस होने या संदिग्ध कैमरा लगा होने पर तत्काल निकटतम पुलिस को अथवा बैंक को सूचित कर मौके पर बुलाये।
6- अपना ATM कोड,आधार नंबर,मोबाइल no, किसी को न बताये।