श्री हेमकुंड साहिब के कपट खुल गए है और यात्रियों का जत्था भी रवाना हो चूका है, इस बार यात्रा पर गए श्रधालुओ को श्री हेमकुंड साहिब जाने के लिए अटलाकोटी से आगे यात्रियों को बर्फ के बीच से होकर गुजरना पड़ रहा है।
मई के महीने में बर्फ के बीच से यात्रा करना यात्रियों के लिए कभी न भुलाने वाला अनुभव है। श्रद्धालु जितेंद्र सिंह तनेजा परिवार सहित हेमकुंड साहिब की यात्र पर आए हैं। उनका कहना है कि मई में बर्फ के बीच यात्र की कल्पना भी नहीं की जा सकती। सचमुच यह देवभूमि है। एक अन्य यात्री का कहना है कि हेमकुंड में बर्फ के बीच गुरुजी की अरदास का आनंद ही कुछ और था।