देहरादून- उत्तराखंड में डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। प्रदेश में डेंगू के मरीजों का अब तक का आंकड़ा पांच हजार पार कर गया है। ताजा मामले में प्रदेश में 199 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इनमें 146 मरीज देहरादून और 53 मरीज नैनीताल जनपद से हैं। इस तरह अब तक की डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 5015 हो गई है। डेंगू मरीजों की अब तक की यह सबसे अधिक संख्या है। यानी डेंगू के मामले में राज्य में पिछले सालों में सभी रिकार्ड पीछे छूट गए हैं। देहरादून में इस बार डेंगू ने सर्वाधिक कहर बरपाया है। यहां पर डेंगू के मरीजों की अब तक की सं या 3183 हो गई है। वहीं नैनीताल में भी डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर 1408 पहुंच गई है। जबकि ऊधमसिंहनगर में 187, हरिद्वार में 186, टिहरी में 16, पौड़ी में 12, अल्मोड़ा में नौ, रुद्रप्रयाग में छह, बागेश्वर व चमोली में तीन-तीन व चंपावत में दो लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं। डेंगू की रोकथाम व बचाव के लिए सरकारी तंत्र द्वारा किए गए अब तक के सभी इंतजाम धराशायी ही हुए हैं। मौसम का रुख भी डेंगू के मच्छर की सक्रियता को कम नहीं कर पा रहा है। जबकि माना जाता है कि पारा लुढ़कने के साथ ही डेंगू की बीमारी फैलाने वाला एडीज मच्छर की सक्रियता भी कम हो जाती है। इस बार ऐसा भी नहीं हो रहा है। इसके उलट डेंगू का मच्छर दिन-प्रतिदिन पहाड़ व मैदान में तेजी से पैर पसार रहा है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि डेंगू की बीमारी की रोकथाम व लोगों को जागरूक करने के लिए निरंतर अभियान चलाया जा रहा है। जिला वैक्टर जनित रोग नियंत्रण अधिकारी सुभाष जोशी ने बताया कि बीजापुर गेस्ट हाउस, ओएनजीसी आडिटोरियम, चीफ जस्टिस गेस्ट हाउस, ऑफिसर गेस्ट हाउस, चंदरनगर स्थित आपातकालीन सेवा 108 कार्यालय आदि जगह डेंगू रोधी अभियान चलाया गया।