उत्तराखंड में बसो की हड़ताल ने यात्रियों को परेशान कर दिया है। बुधवार से चल रही उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन की प्रदेश व्यापी कार्य बहिष्कारी ने सरकार को हिला दिया है। आज सुबह बस बजे तक केवल 25 प्रतिशत बसो का ही संचालन हुआ। ऐसे में उत्त्राखंड में यात्रा करने वाले यात्रियों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि यूनियन काफी लंबे समय से कर्मचारियों के नियमितीकरण की मांग कर रहा है।
उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन के करीब 2899 चालक, परिचालक और कार्यशाला के कर्मचारी शुक्रवार से प्रदेश में तीन दिनी हड़ताल पर चले गए हैं। चालक-परिचालकों के हड़ताल पर रहने से रोडवेज बसें नहीं चलेंगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए उत्तराखंड परिवहन मंत्री नवप्रभव,एमडह बीके संत समेंत यूनियन के पदाधिकारियों की विधानसभा में बैठक बुलाई है।
यूनियन ने एक सितंबर से तीन दिवसीय हड़ताल का एलान किया था। लेकिन परिवहन मंत्री नवप्रभात के बेटे का निधन होने के कारण हड़ताल 15 दिन के लिए स्थगित कर दी गई और 16 से 18 सितंबर तक तीन दिवसीय कार्य बहिष्कार व हड़ताल का ऐलान किया था।