अक्सर छोटे से छोटा नेता या अधिकारी अपने पद को दिखाने और जनता में अपनी पैठ बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ता है…. लेकिन बहुत ही कम देखने को मिलता है कि जब कोई बड़े ओहदे पर बैठा हुआ अधिकारी बिना किसी दिखावे के आम पब्लिक की तरह घूमने निकलता हो… हम बात कर रहे है उत्तराखंड के पुलिस महानिर्देशक अनिल रतूड़ी और उनकी पत्नी अपर मुख्य सचिव राधा रतूडी….जिनकी ईमानदारी की लोग मिशाल देते है
जरा इस तस्वीर को देखिए। यह दोनों पति-पत्नी और कोई नहीं बल्कि उत्तराखंड के डीजीपी अनिल रतूड़ी और उनकी धर्म पत्नी और शासन में दूसरे नंबर की अधिकारी यानी अपर मुख्य सचिव राधा रतूडी हैं। अफशाही की चकाचौंध जिंदगी से बेहद दूर ये दोनों अफसर आम आदमी जैसी जिंदगी जीते हैं। न पुलिस की पायलेट कार न गनर और ना ही रसूक। परिस्थिति ऐसी कि होटल के मालिक को ना इनकी पहचान की जानकारी और ना ही पास में यातायात ड्यूटी करने वाले पुलिस के बीट काॅन्स्टेबल को उनकी जानकारी। बस दोनों ही अधिकारी रविवार दोपहर घंटाघर के पास में एक काॅफी शाॅप में किताब पढते दिखे।
उसी काॅफी शाॅप में ही कुछ देर बाद गए जब स्वतंत्र पत्रकार ने उन्हें पहचाना तो डीजीपी रतूड़ी और उनकी पत्नी राधा रतूड़ी के बारे में काॅफी शाॅप के कर्मचारियों को पता लगा।कुछ देर तक वहां मौजूद सभी लोग हक्के बक्के रह गए लेकिन दोनों की सादगी ने सबका मन मोह लिया। डीजीपी अनिल रतूड़ी से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होने बताया कि यह कोई नई बात नहीं है वे लगभग हमेशा खाली समय मिलते ही आम आदमी की तरह घूूमते निकल जाते हैं। उत्तराखंड के डीजीपी अनिल रतूड़ी और अपर मुख्य सचिव राधा रतूडी की सादगी, तमाचा है उन अफसर शाहों और रसूकदारों पर, जो कि पावर को ही समकुछ समझ बैठते हैं।