
भारत एक लोकतात्रिंक देश है यहां हर धर्म को बराबरी का दर्जा दिया जाता है और हर एक धर्म के अपने अलग-अलग जौर तरीके और कानून हैं। ऐसे एक मंदिर के बारे में शायद ही कभी आपने सुना होगा कि किसी मंदिर में पुरूषों का जाना वर्जित हो। जी हां भारत में एक ऐसा मंदिर भी है जो सिर्फ महिलाओं के लिए है और इसमें प्रवेश के लिए पुरुष प्रतिबंधित हैं। इस मंदिर में किसी पुरुष को प्रवेश करने के लिए एक स्त्री का भेस धारण करना पड़ता है।
बताते चलें कि केरल के कोल्लम जिले में स्थित श्री कोत्तानकुलांगरा देवी मंदिर पूरे देश में इसलिए मशहूर है क्योंकि यहां पुरुषों का आना सख्त मना है। दरअसल इस मंदिर की प्रथा है कि इसमें पूजा करने के लिए केवल महिलाएं और किन्नर ही जा सकते हैं। पुरुषों महिलाओं का रूप धारण करने के बाद ही मंदिर में प्रवेश कर सकता है।
मंदिर की इस प्रथा की खास बात ये है कि पुरुषों को प्रवेश के लिए सिर्फ ड्रेस पहनना ही नहीं उन्हें महिलाओं की तरह सजना-संवनरा भी पड़ता है। श्री कोत्तानकुलांगरा देवी मंदिर में हर साल चाम्याविलक्कू त्योहार मनाया जाता है, जिसमें हजारों पुरुष भक्त आते हैं।
इस त्यौहार का हिस्सा बनने के लिए पुरुषों को मंदिर में ही मेक-अप का पूरा सामान मिल जाता है। यहां उनके तैयार होने के लिए साड़ी, गहने और मेकअप के लिए गजरा तक रखा होता है। जब तक पुरुष यह 16 श्रंगार न कर लें तब तक वो इस मंदिर में यह त्योहार नहीं माना सकते।
इस मंदिर की एक खास बात यह भी है कि इसमें बाकी सभी मंदिरों की तरह गर्भगृह के ऊपर कोई छत और कलश नहीं है।