घर में आपने अकसर ही मम्मी या फिर बड़े-बूढ़ों के से सुना होगा कि झाड़ू को उल्टा मत रखो क्योंकि यह बुरा होता है या फिर झाड़ू पर पैर मत मारो लक्ष्मी मां नाराज हो जाएंगी वगैरह. वास्तु में घर की हर चीज का बहुत महत्व होता है. झाड़ू से जुड़ी और भी कई बातें हैं जो आप नहीं जानते होंगे.
कहते है कि जिस घर में साफ-सफाई की व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाता है उसी घर में लक्ष्मी जी निवास करती है…लिहाजा जब घरों में साफ-सफाई को लक्ष्मी से जोड़ा गया है। तो सफाई में काम आने वाला झाड़ू है इसलिए शास्त्रों में इसे भी देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है। वैदिक मान्यताओं में घर में झाड़ू रखने के स्थान से लेकर इसका उपयोग करने तक के लिए कुछ विशेष नियम बनाए गए हैं जिनका पालन करना हर खुशहाल परिवार के लिए आवश्यक माना गया है।
झाड़ू के प्रयोग से जुड़ी कई मान्यताएं
सुबह की शुरुआत में सबसे पहले झाड़ू से घर की सफाई करना, नए घर में पुराना झाड़ू ना लेकर जाना, सूर्यास्त के बाद घर में झाड़ू ना लगाना आदि। ये कुछ ऐसी मान्यताएं जिन्हे करना घर से दरिद्रता को दूर भगाकर लक्ष्मी का स्थाई निवास होने के लिए आवश्यक माना गया है।
इसके अलावा झाड़ू रखने को लेकर भी कई तरह की मान्यताएं हैं। ऐसा माना जाता है कि झाड़ू को कभी भी खड़ा कर नहीं रखना चाहिए, इससे घर के दुश्मन बढ़ते हैं।
इसके अलावा यह भी मान्यता है कि झाड़ू को कभी भी खुले में नहीं रखना चाहिए, बल्कि यह घर में ऐसी जगह पर रखा जाना चाहिए जहां किसी की भी नजर उस पर ना पड़े। खासकर बाहर से आने वाले लोगों या अतिथियों की नजर में वह बिल्कुल ना आए।
एक अन्य मान्यता के अनुसार बच्चों को लेकर है। अक्सर घरों में देखा जाता है कि छोटे बच्चे अचानक ही अपने खिलौने छोड़ ‘झाड़ू’ उठाकर उससे खेलने लगते हैं या घर में बड़ों की नकल करते हुए झाड़ू उठाकर उससे सफाई करने का प्रयास करते हैं। अगर कभी घर का कोई भी बच्चा ऐसा करता है, शास्त्रीय अर्थों में यह घर में किसी आगंतुक या अतिथि के आने का संकेत है।
इसके अलावा यह भी माना जाता है कि आने वाला अतिथि या तो आपके लिए आर्थिक दृष्टि से किसी प्रकार से लाभप्रद सिद्ध होगा या किसी अन्य प्रकार से आपको धन लाभ होगा। यानि कि आपपर मां लक्ष्मी की कृपा होना भी दिखाता है।