हल्द्धानी ; आज भी अगर मातृत्व की बात की जाए तो उसके आगे सारे फर्ज फिके पड़ ही जाते हैं। हमारे समाज में देवियों को अलग-अलग रूपों में पूजा जाता है और आज भी समाज में नारी को त्याग की मूर्ति के लिए जाना जाता है। ऐसा ही कुछ शुक्रवार को उत्तराखंड़ के हल्द्वानी में देखने को मिला।
दरअसल शुक्रवार को गुंजन नामक महिला ने अपने ही घर के पंखे से लटक कर खुदखुशी कर ली, जिसके बाद पुलिस द्वारा पंचनामे की कार्यवाही के दौरान गुंजन का महज 16 दिन का बेटा भूख से बिलख रहा था। यह पुलिस कांस्टेबल देवकी से देखा नही गया और उसने तुरंत नवजात को गले से लगा लिया और उसको अपना दूध पिलाया। यह घटना साबित करती है कि समाज कितना भी आगे क्यों ना बढ़ जाये लेकिन बात जब इंसानियत की हो तो ऐसे उदहारण हमे देखने को जरूर मिल जाते हैं।