नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी बीजेपी के लिए उत्तर प्रदेश में सत्ता हासिल करने के लिए अंतिम जोर लगाने का केंद्र बन गया है क्योंकि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और उनके प्रमुख सहयोगी राज्य के अंतिम तीन चरणों के लिए पार्टी का प्रचार अभियान संचालित करने के लिए वहां डेरा डाले हुए हैं.
27 फरवरी, चार मार्च और आठ मार्च को होना है मतदान
उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में से बाकी बची 141 सीटों के लिए मतदान क्रमश: 27 फरवरी, चार मार्च और आठ मार्च को होना है. बीजेपी के खेमे में समग्र भावना यह है कि उत्तर प्रदेश के जिन क्षेत्रों में मतदान हो चुका है उसके मुकाबले राज्य के पूर्वी क्षेत्र में जाति समीकरण उसके पक्ष में है.
बीजेपी के एक नेता ने कहा, ‘‘हमें अनुकूल स्थिति का अधिकतम लाभ लेना है. त्रिकोणीय मुकाबले में वोटों का एक अंश भी कई सीटें पर नतीजों पर प्रभाव डाल सकता है.’’ उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले पार्टी के बड़े नेताओं के लिए वहां डेरा डालना स्वभाविक है. शाह पिछले कई दिनों से शहर में डेरा डाले हुए हैं. उनके साथ केंद्रीय मंत्री जे पी नड्डा और पार्टी के कई वरिष्ठ पदाधिकारी हैं जिसमें महासचिव भूपेंद्र यादव शामिल हैं.
काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करके आशीर्वाद ले सकते हैं PM मोदी
मोदी की अब तक जनसभाओं में भारी भीड़ जुटी है जिससे पार्टी का मनोबल बढ़ा हुआ है. क्षेत्र में मोदी की और जनसभाओं की योजना बनायी जा रही है और ऐसी भी संभावना है कि प्रधानमंत्री वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करके आशीर्वाद ले सकते हैं. इस दौरान उनके समर्थकों को उनके नजदीक आने का भी मौका मिल सकेगा. प्रदेश बीजेपी के एक नेता ने यद्यपि कहा कि इस संबंध में अंतिम निर्णय अभी किया जाना है.
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि सत्ता के तीनों दावेदारों बीजेपी, बीएसपी और एसपी..कांग्रेस गठबंधन का चुनाव के अभी तक चार चरणों में एकसमान प्रदर्शन नहीं रहा है इसके लिए बीजेपी के लिए यह जरूरी हो गया है कि वह देश में राजनीतिक रूप से सबसे महत्वपूर्ण इस राज्य में सत्ता में आने का अपना सपना साकार करने के लिए बाकी के चरणों में प्रभावी प्रदर्शन करे. बीजेपी सूत्रों का कहना है कि वे इन चरणों में जनसांख्यिकी के मामले में बेहतर स्थिति में हैं.
सत्ताधारी पार्टी द्वारा कथित मुस्लिम तुष्टिकरण पर जोर
बीजेपी के प्रचार अभियान में राज्य में सत्ताधारी पार्टी द्वारा कथित मुस्लिम तुष्टिकरण पर जोर दिया गया. मोदी ने इस दौरान जहां ‘कब्रिस्तान और श्मशान’ संबंधी टिप्पणी की और शाह ने राज्य को ‘कसाब’ (कांग्रेस, एसपी और बीएसपी) और पक्षपात की राजनीति से मुक्त करने का आह्वान किया. आखिरी तीन चरणों के दौरान क्रमश: 52, 49 और 40 सीटों के लिए मतदान होगा.