भारत के केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि कश्मीर समस्या को हल करने के लिए रोडमैप तैयार किया जा चूका है और इस रोडमैप में देश की अखंडता और संप्रभुता से कोई समझौता नहीं किया जायेगा। उन्होंने इस रोडमैप में अलगाववादियों को आमंत्रित किए जाने की संभावना को भी नकार दिया है।

राजनाथ सिंह मोदी सरकार की तीन साल की उपलब्धियों पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों के एक समूह से बात कर रहे थे, वह बोले सरकार हर उस इन्सान का स्वागत करती है जो विकास और शांति चाहता है। उनका कहना था कि कश्मीर का मुद्दा हल करने के लिए हम स्थायी समाधान के साथ आए हैं और इसके लिए प्रयास शुरू हो चुके हैं।
परन्तु राजनाथ सिंह ने यह बताने से इन्कार कर दिया कि भाजपा सरकार जम्मू-कश्मीर के लिए क्या स्थायी समाधान लाई है। जब उनसे पुछा गया कि क्या समाधान राजनीतिक प्रकृति का है? राजनाथ सिंह ने जवाब दिया कि इस बारे में सबके सामने चर्चा करना जल्दबाजी होगी। मैं इस मुद्दे पर मीडिया से बात नहीं करना चाहता। हम देश को भरोसा दिलाना चाहते हैं कि हम कश्मीर मसले का स्थायी समाधान लाए हैं।
अब ऐसा लगता है कि केंद्र सरकार जल्द ही कुछ कठोर निर्णय लेने वाली है और हम उम्मीद कर सकते है कि जल्द ही कश्मीर में शांति बहाल होगी.