अखिलेश की पत्रकारों को नसीहतः क्यों झगड़ा करा रहे हो, खबरों पर ध्यान दो

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लखनऊ:कुछ दिनों पहले चाचा-भतीजे(शिवपाल यादव,अखिलेश यादव) के बीच मनमुटाव की खबरे तूल पकड़ रही थी। पर आज दोनों जब एक मंच पर बैठे तो एक दूसरे की तारीफ करते नही थक रहे थे। सभी आश्चर्यचकित थे। आश्चर्य तो होगा ही,एक दिन में ही दोनों के बीच इतनी अच्छी केमेस्ट्री। ये तो जन्मों के साथियों में भी मुश्किल से ही नजर आती होगी।
मुख्यमंत्री अखिलेश यूपी में एक कार्यक्रम में शिरकत की। जहां शिवपाल भी साथ थे।इस दौरान अखिलेश ने मीडियाकर्मियों से कहा कि सपा में सब कुछ ठीक है। परिवार में कोई झगड़ा नही है। मुख्यमंत्री ने मीडिया को नसीहत देते हुए कहा कि क्यों झगड़ा करा रहे हो,परिवार में कलह करने  की बजाय खबरों पर  ध्यान दो। अखिलेश ने पत्रकारों पर तंज कसते हुए ये भी कहा कि ‘प्रजातंत्र (डेमोक्रेसी) में बहुत सी चीजों के प्रति सजग रहना पड़ता है, जिनमें मीडिया भी शामिल है…न जाने कब खबरों को ब्रेकिंग न्यूज बना दें।’ अखिलेश ने कहा, ‘ऐसे मीडियाकर्मी भी हैं, जो मुझसे मिलते हैं तो मेरे काम की तारीफ करते है और जब चाचा (वरिष्ठ मंत्री शिवपाल सिंह यादव) से मिलते हैं, तो उनकी तारीफ करते है…मुझसे कहते है कि मेरे निर्णय अच्छे हैं और चाचा से कहते हैं कि उनके निर्णय अच्छे हैं।’

यूपी मुख्यमंत्री भले ही पत्रकारों पर पार्टी में  फूट डालने की बात कर रहे है पर ये तो किसी से भी नही छुपा है कि पिछले दिनों अखिलेश और शिवपाल के बीच मनमुटाव की स्थिति कम नही हो रही थी। दोनों के बीच समन्जस्य बैठाने के लिए आखिरकार मुलायम को मैदान में कूदना पड़ा। सपा सुप्रीमों मुलायम के मुख्यमंत्री अखिलेश को समझाने के बाद अखिलेश ने आगामी चुनाव के चलते चाचा शिवपाल से शिकवे दूर करने का फैसला लिया। मुलायम को इस बात का अंदाजा था कि शिवपाल का पार्टी छोड़ देना पार्टी की नींव हिलाने जैसा होगा। इसलिए समय रहते उन्होंने अखिलेश को चाचा के पास आपसी सुलह कराने भेजा। आज कार्यक्रम में चाचा-भतीजे की केमेस्ट्री इतनी हिट लग रही थी कि जैसे कुछ हुआ ही नही था। उल्टा अखिलेश ने पार्टी में कलह की वजह मीडिया को ही बता दिया।

ये पहली बार नही है जब अखिलेश पत्रकारों पर तंज कर रहे है। इससे पहले भी कई बार वो पत्रकारों पर मजाक मजाक में अपनी भड़ास निकाल चुके है। खैर अखिलेश और शिवपाल यादव का ये एक दिन का प्यार देखकर ये कहना गलत ही होगा। कि राजनीति में अच्छें-अच्छों को बदल देती है।

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