चमोली – उत्तराखंड सरकार ने चारों धामों की शीतकालीन यात्रा को फिर से शुरू कर दिया है, जिसके बाद श्रद्धालुओं की एक बड़ी संख्या शीतकालीन गद्दी स्थलों पर पहुंचने लगी है। चमोली जिले में स्थित पाण्डुकेश्वर, ज्योतिर्मठ नरसिंह मंदिर, गोपीनाथ मंदिर सहित भगवान के अन्य शीतकालीन प्रवास स्थलों पर पिछले 10 दिनों में रिकार्ड पांच हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पुण्य अर्जित किया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शीतलहर से बचाव और शीतकालीन यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर सोमवार को वर्चुअल माध्यम से समीक्षा बैठक की। उन्होंने जिलाधिकारी और पर्यटन अधिकारियों को शीतकाल प्रवास स्थलों और आस-पास के क्षेत्रों में श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा कि तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए पूरी तैयारियां की जाएं।
सीएम ने शीतलहर से बचाव के लिए प्रभावी उपायों पर भी जोर दिया। उन्होंने जनपदों में रैन बसेरों में ठहरने वाले श्रद्धालुओं के लिए सभी जरूरी सुविधाओं की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। साथ ही, अधिकारियों को रैन बसेरों का समय-समय पर निरीक्षण करने को कहा। शीतलहर से बचाव के लिए कंबल, दस्ताने, मौजे और अन्य आवश्यक सामग्रियां जरूरतमंदों तक पहुंचाने का निर्देश भी दिया गया।
मुख्यमंत्री ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि बर्फवारी के कारण सड़कों की आवाजाही बाधित न हो। जिन क्षेत्रों में बर्फवारी अधिक होती है, वहां सड़कों से बर्फ हटाने के लिए पर्याप्त संसाधन और व्यवस्थाएं की जाएं, ताकि तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को कोई असुविधा न हो।
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