शराब की खपत में उत्तराखंड ने बनाए नए रिकॉर्ड , राजस्व में हिमाचल, यूपी और दिल्ली को छोड़ा पीछे…..

देहरादून : उत्तराखंड में शराब के शौकीनों की संख्या लगातार बढ़ रही है, और इसका असर राज्य के आबकारी राजस्व पर भी साफ नजर आ रहा है। आबकारी विभाग के ताजे आंकड़ों के अनुसार, उत्तराखंड में शराब की खपत इतनी अधिक है कि यह राज्य हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली से भी आगे निकल चुका है।

दिलचस्प आंकड़ा यह है कि दिल्ली में प्रति शराबी एक साल में प्राप्त होने वाला आबकारी राजस्व 1842 रुपये है, जबकि उत्तराखंड में यह आंकड़ा 4217 रुपये तक पहुंच गया है। इस आंकड़े के अनुसार, उत्तराखंड में प्रति व्यक्ति शराब पर खर्च किए जाने वाला राजस्व अन्य राज्यों से कहीं ज्यादा है।

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आबकारी विभाग का कहना है कि यदि उत्तराखंड की आबादी और आबकारी राजस्व की तुलना पड़ोसी राज्यों से की जाए, तो यह आंकड़े और भी चौंकाने वाले हैं। उत्तर प्रदेश की आबादी और उसके आबकारी राजस्व की तुलना में, राज्य को मिलने वाला राजस्व कहीं अधिक है। उत्तर प्रदेश में यदि प्रति शराबी राजस्व की बात की जाए, तो उसका आंकड़ा एक लाख करोड़ से अधिक होना चाहिए।

हिमाचल प्रदेश में प्रति व्यक्ति शराब की खपत 2988 रुपये, हरियाणा में 3765 रुपये है, जो उत्तराखंड से कम हैं। यह आंकड़े राज्य में शराब की खपत और इसके व्यवसाय पर बढ़ते दबाव को दर्शाते हैं।

शराब की बढ़ती खपत के बावजूद आबकारी विभाग का कहना है कि इससे मिलने वाले राजस्व का उपयोग राज्य की विकास योजनाओं में किया जाता है, लेकिन इस बढ़ती खपत से स्वास्थ्य और सामाजिक समस्याएं भी बढ़ने का खतरा है।

 

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