ऋषिकेश: उत्तराखंड पावर कार्पोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) ने बिजली बिल के बड़े बकायेदारों के खिलाफ कार्रवाई का सिलसिला शुरू कर दिया है। इस कड़ी में राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय का बिजली कनेक्शन काट दिया गया है, जिससे अस्पताल की कई सेवाएं प्रभावित हो गई हैं।
अब यूपीसीएल ने नगर निगम के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की योजना बनाई है। नगर निगम पर 3.29 करोड़ रुपये का बिजली बिल बकाया है, जिसके कारण यूपीसीएल ने स्ट्रीट लाइटों समेत कई नगर निगम संपत्तियों के बिजली कनेक्शन काटने शुरू कर दिए हैं। वित्तीय वर्ष के अंतिम महीने मार्च की शुरुआत के साथ ही यूपीसीएल ने बड़े बकायेदारों की सूची तैयार की है, जिसमें नगर निगम का नाम सबसे ऊपर है।
राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय, सदानंद मार्ग का बिजली कनेक्शन काटने के बाद अस्पताल में विद्युत आपूर्ति ठप हो गई है। इसके कारण जरूरी मेडिकल उपकरणों का संचालन नहीं हो पा रहा है। शनिवार को अस्पताल बिना बिजली के खोला गया, जिसमें कई रोगी पहुंचे, लेकिन चिकित्सकों को बिना बिजली के ही उपचार और परामर्श देने में कठिनाई का सामना करना पड़ा।
यूपीसीएल द्वारा किए गए इस कदम के बाद, अब नगर निगम की स्ट्रीट लाइटों सहित कई अन्य संपत्तियों के कनेक्शन काटे जाने की योजना बनाई जा रही है। इससे शहर के कई वार्डों में देर शाम से अंधेरा छाने की संभावना है।
यह पहली बार नहीं है जब नगर निगम और यूपीसीएल के बीच बिजली के बकाए को लेकर टकराव हुआ हो। पिछले साल भी यूपीसीएल ने नगर निगम के विभिन्न इलाकों में स्ट्रीट लाइटों के कनेक्शन काट दिए थे, क्योंकि निगम ने बिजली बिल का भुगतान नहीं किया था। इसके अलावा, आइएसबीटी परिसर स्थित नलकूप का कनेक्शन काटे जाने के बाद शौचालयों में जलापूर्ति ठप हो गई थी, जिससे शौचालयों में ताला लगाने की नौबत आ गई थी।