देहरादून : केंद्र सरकार में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रधान का सोमवार सुबह 10:30 बजे दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। वह 83 वर्ष के थे। उनके निधन से भारतीय राजनीति में शोक की लहर दौड़ गई है, क्योंकि उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
देवेंद्र प्रधान अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में परिवहन मंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके थे। इसके अलावा, वह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रहे थे। राजनीति में आने से पहले देवेंद्र प्रधान एक सरकारी डॉक्टर थे, जिन्होंने अपनी चिकित्सकीय सेवाओं से भी समाज में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
जानकारी के अनुसार, देवेंद्र प्रधान का पार्थिव शरीर एम्स दिल्ली से केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के आवास पर लाया जाएगा। उसके बाद, उनका पार्थिव शरीर भुवनेश्वर और फिर पुरी स्थित स्वर्ग द्वार ले जाकर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस दुखद अवसर पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, “देवेंद्र प्रधान का योगदान भारतीय राजनीति में हमेशा याद रखा जाएगा। उनकी नीतियां और कार्य राष्ट्र के विकास के लिए प्रेरणास्त्रोत रहेंगी।” उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान मिले और शोक संतप्त परिवार को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति मिले।
सीएम धामी ने अपने शोक संदेश में कहा, “ईश्वर पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।”
पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रधान का योगदान भारतीय राजनीति और समाज में हमेशा महत्वपूर्ण रहेगा। उनके निधन से राज्य और देश ने एक महान नेता को खो दिया है, जिनकी उपलब्धियां और कार्य राष्ट्र की प्रगति के लिए प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे।