विज़न 2020 न्यूज: ऊधम सिंह नगर में किस तरह बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है इसका जीता जागता सबूत उस समय मिला जब शिक्षा अधिकारियों द्वारा स्कूलों में छापे मारे गए। स्कूलों का क्या हाल है, शिक्षक समय पर आ रहे हैं या नहीं। इसको लेकर शिक्षा अफसरों के छापे में एक या दो नहीं पूरे पांच शिक्षक गायब मिले, हद तो तब हो गई जब कई स्कूलों में टीचर गप मार रहें थे, और बच्चों को भोजनमाताएं पढ़ा रही थी। खंड शिक्षा अधिकारी ने आठ स्कूलों पर और उप खंड शिक्षा अधिकारी ने छह स्कूलों में छापे मारे। इस दौरान पांच शिक्षक गायब मिले और कई स्कूलों में शिक्षक गप मारते नजर आए। छापे के दौरान पता चला कि जूनियर स्कूल जैतपुर घोसी में एक शिक्षक 53 दिन बिना अवकाश स्वीकृत कराए ही विदेश चले गए है।अधिकारियों ने गायब शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए है। बहरहाल अब सवाल ये उठता है कि अगर शिक्षा अधिकारियों द्वारा औचक निरिक्षण नहीं किया जाता तो ये शिक्षक इसी तरह बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते रहते?, जिन शिक्षकों के हाथ में बच्चों के भविष्य की कमान दी गई है, वही ऐसी लापरवाही करेंगे तो कैसे मिलेगी बच्चों को शिक्षा?