देहरादून : मुख्यमंत्री सचिव विनय शंकर पांडेय और गढ़वाल आयुक्त ने चारधाम यात्रा को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि यात्रा की शुरुआत में तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए इस बार चारधाम यात्रा के पहले महीने तक वीआईपी दर्शन की अनुमति नहीं होगी। हालांकि, अगर कोई वीआईपी सामान्य श्रद्धालुओं की तरह दर्शन के लिए आते हैं, तो उनका स्वागत किया जाएगा।
आयुक्त गढ़वाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि धामों में भीड़ के प्रभावी प्रबंधन के लिए इस बार विशेष इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्रोटोकॉल के तहत वीआईपी दर्शन के कारण आम श्रद्धालुओं को रोका जाता था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा।
हालांकि, आयुक्त ने यह भी बताया कि प्रशासन हालात के अनुसार स्थिति का आकलन करेगा। अगर यात्रा के दौरान धामों में भीड़ कम होती है, तो वीआईपी दर्शन पर पुनर्विचार किया जा सकता है।
सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर उन्होंने कहा कि इस बार यात्रा मार्गों पर हर 10 किमी पर पुलिस और मोबाइल टीम तैनात की जाएगी। इसके अलावा, श्रद्धालुओं के ठहरने और खाने की निशुल्क व्यवस्था के लिए होल्डिंग एरिया चिन्हित किए गए हैं।