नई दिल्ली – केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुरुवार को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) में तीसरे लॉन्च पैड के निर्माण को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना की कुल लागत 3,985 करोड़ रुपये होगी, जैसा कि केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया।
बैकअप लॉन्च पैड के रूप में भी कार्य करेगा नया पैड
इस परियोजना के तहत इसरो के ‘नेक्स्ट जेनरेशन लॉन्च व्हीकल’ (एनजीएलवी) के लिए आवश्यक लॉन्च ढांचे का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा, यह नया लॉन्च पैड श्रीहरिकोटा में स्थित दूसरे लॉन्च पैड के लिए बैकअप (स्टैंडबाय) के रूप में भी कार्य करेगा।
भविष्य के मानव मिशनों के लिए तैयार किया जाएगा पैड
सरकार के एक बयान में कहा गया है कि इस कदम से भारत के भविष्य के मानव अंतरिक्ष मिशनों की लॉन्च क्षमता में वृद्धि होगी। तीसरे लॉन्च पैड का डिजाइन इस तरह से किया जाएगा कि यह न केवल एनजीएलवी बल्कि एलवीएम3 वाहनों का भी समर्थन कर सकेगा, जिनमें सेमीक्रायोजेनिक चरण और एनजीएलवी के विस्तारित रूप भी शामिल हैं।
चार साल में पूरा होगा निर्माण कार्य
यह महत्वपूर्ण परियोजना चार वर्षों के भीतर पूरी हो जाएगी, जिससे इसरो की भविष्य की लॉन्च क्षमता में बड़ी वृद्धि हो सकती है और भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को नई ऊंचाईयों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।
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